SIP calculator : 5000 रुपये का निवेश बना देगा करोड़पति, पैसा लगाने से पहले जान लें तरीका
सुंदरम मिड कैप फंड और निप्पॉन इंडिया ग्रोथ फंड ने छोटे मासिक SIP निवेश को 20 साल में 18.76% के वार्षिक रिटर्न के साथ 1 करोड़ रुपये में बदल दिया। कंपाउंडिंग और रणनीतिक निवेश योजना के जरिये इन्होंने ऐसा किया। इससे पता चलता है कि निवेश के लिए कोई भी रकम छोटी नहीं है। जरूरी है तो सिर्फ यह कि इन्वेस्टमेंट को रोका नहीं जाए।आइए जानते है इसके बारे में विस्तार से.

Trending Khabar TV (ब्यूरो) : अगर आप अपने निवेश को सालों तक बढ़ने देते हैं तो कंपाउंडिंग की ताकत आपके इन्वेस्टमेंट को काफी हद तक बढ़ा सकती है। इसके लिए म्यूचुअल फंड बेहतरीन टूल के रूप में काम करते हैं। खासकर उन लोगों के लिए जो सीधे इक्विटी या स्टॉक मार्केट में निवेश करने में संकोच करते हैं। अपने वित्तीय लक्ष्यों के अनुरूप सही म्यूचुअल फंड चुनने से आपको पर्याप्त धन जुटाने में मदद मिल सकती है। मिड-कैप कैटेगरी में दो म्यूचुअल फंड स्कीमों ने शानदार प्रदर्शन किया है। इन्होंने एक छोटी मासिक सिप को 20 साल में एक करोड़ में बदल दिया। म्यूचुअल फंड साबित करते हैं कि कोई भी निवेश राशि छोटी नहीं होती।
पिछले दो दशकों में दो मिड-कैप म्यूचुअल फंड स्कीमों ने 5,000 रुपये मासिक SIP निवेश को 1 करोड़ रुपये में बदल दिया है। ये स्कीमें हैं सुंदरम मिड कैप फंड और निप्पॉन इंडिया ग्रोथ फंड।
म्यूचुअल फंड कैलकुलेटर के अनुसार, सुंदरम मिड कैप फंड में 5,000 रुपये की मासिक सिप 20 साल में बढ़कर 1.05 करोड़ रुपये हो गई। इससे सालाना 18.76 फीसदी का रिटर्न मिला। इसी तरह निप्पॉन इंडिया ग्रोथ फंड ने भी इस अवधि में 5,000 रुपये मासिक सिप निवेश को बढ़ाकर 1.05 करोड़ रुपये कर दिया।
सुंदरम मिड कैप फंड
इस स्कीम की देखरेख एस. भारत करते हैं। इसे निफ्टी मिडकैप 150 - टीआरआई के मुकाबले बेंचमार्क किया गया है। सुंदरम मिड कैप फंड की टॉप पांच स्टॉक होल्डिंग्स में कमिंस इंडिया, फेडरल बैंक, कल्याण ज्वैलर्स, ट्यूब इन्वेस्टमेंट्स और ट्रेंट शामिल हैं।
निप्पॉन इंडिया ग्रोथ फंड
निप्पॉन इंडिया ग्रोथ फंड 26,821 करोड़ रुपये के एयूएम का प्रबंधन कर रहा था। इसका प्रबंधन रूपेश पटेल करते हैं। इसे निफ्टी मिडकैप 150 - टीआरआई के मुकाबले बेंचमार्क किया गया है। निप्पॉन इंडिया ग्रोथ फंड की टॉप 5 स्टॉक होल्डिंग्स में पावर फाइनेंस कॉर्पोरेशन, चोलामंडलम फाइनेंशियल होल्डिंग्स, वोल्टास, सुप्रीम इंडस्ट्रीज और वरुण बेवरेजेज शामिल हैं।