Green Tea : ग्रीन टी पीने का सही समय और तरीका क्या है, जानिए पूरी डिटेल खबर में

Trending Khabar TV (ब्यूरो) : ग्रीन टी का सेवन लोग वजन कम करने के लिए करते हैं। इसे पीने से सेहत को बंपर फायदे (Green Tea Benefits) मिलते हैं। लेकिन जरूरत से ज्यादा इसे पीने से सेहत का नुकसान हो सकता है। कई लोग तो ऐसे भी होते हैं कि ग्रीन टी का सेवन किसी भी समय में कर लेते हैं। ऐसे में अगर आप भी नहीं जानते हैं कि इसे पीने का सही समय कौन सा हैं तो जान लें खबर के माध्यम से विस्तार में।
ग्रीन टी पीने का सही समय
अगर आप कम समय में ग्रीन टी के फायदों को प्राप्त करना चाहते हैं तो बता दें कि इस आप दिन के समय (Green Tea Having Time) या शाम के नाश्ते के बाद पी सकते हैं। वहीं यह भी ध्यान में रखें कि इसका सेवन आपको खाली पेट नहीं करना चाहिए। ग्रीन टी पीने का ये समय सबसे अच्छा समय माना जाता है।
ग्रीन टी पीने के फायदे
ग्रीन टी का सेवन फेफड़ों, कोलन, मुंह के अन्नप्रणाली (mouth esophagus), पेट, छोटी आंत, गुर्दे, अग्न्याशय और स्तन ग्रंथियों के कैंसर जैसी कई बीमारियों की रोकथाम से जुड़ा हुआ है.आप इसका सेवन भोजन से दो घंटे पहले और भोजन के दो घंटे बाद कर सकते हैं। भोजन के बीच में ग्रीन टी पीने से पोषक तत्वों का सेवन कम हो जाएगा और आपके भोजन से आयरन और मिनरल्स का अवशोषण बाधित हो जाएगा।इसलिए दिन में एक-दो कप पीने की सलाह दी जाती है IBS से पीड़ित लोगों को ग्रीन टी पीने (Benefits of drinking green tea) से बचना चाहिए।
तनाव को करती है कम
ये सूजन और ऑक्सीडेटिव (ग्रीन टी बेनेफिट्स) तनाव को कम करता है और इसलिए त्वचा और मेटाबॉलिज्म संबंधी रोगों जैसे स्ट्रोक और दस्त में सुधार करता है। ग्रीन टी शरीर में मेटाबॉलिज्म को बूस्ट करने में मदद करती है। ग्रीन टी पीने से वजन कम किया जाता है ऐसे में अगर इसका यूज आप जरूरत से ज्यादा करते हैं तो इससे ये नुकसान दायक (Disadvantages of drinking green tea) बन सकती है।
टाइप 2 डायबिटीज के खतरे को करे कम
टाइप 2 डायबिटीज के खतरे को कम करने के लिए ग्रीन टी पीने के बारे में सलाह दी (ग्रीन टी पीने का सही समय) जाती है। क्योंकि ग्रीन टी में एंटी-बैक्टीरियल गुण होते हैं। ये एंटीऑक्सिडेंट, मिनरल और विटामिन में भी रिच होता है इसे पीने से वजन कम करेनं को साथ ही आप कई प्रकार की बीमारी के खतरे को कम कर सकते हैं। इसमें एंटी-एजिंग गुण होते हैं और ये हृदय रोग के जोखिम को कम करने में सहायक होते हैं। इसे पीन से कोलेस्ट्रॉल के खतरे को कम करने में मदद मिलती है। साथ ही ये मस्तिष्क के कार्य में सुधार लाती है।
ग्रीन टी का निर्माण कैसे हुआ
नेशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इंफॉर्मेशन लिटरेचर रिव्यू के अनुसार, ग्रीन टी का प्रोडक्शन करने के लिए, ताजी कटी हुई पत्तियों को फर्मेंटेशन को रोकने के लिए जल्द ही स्टीम किया जाता है, जिससे एक ड्राई और स्टेबल प्रोडक्ट मिलता है। भाप पत्तियों में कलर पिगमेंटेशन को तोड़ने के लिए जिम्मेदार एंजाइमों को नष्ट कर देती है और रोलिंग और सुखाने के प्रोसेस के दौरान चाय को अपना रंग बनाए रखने की अनुमति देता है।