RBI ने जारी किया फरमान, अब जानबुझकर कर्ज न चुकाने वालों की बढ़ेंगी मुश्किलें
RBI Wilful Defaulters
Trending Khabar TV (ब्यूरो) : आपको बता दें कि भारतीय रिजर्व बैंक विलफुल डिफॉल्टरर्स और बड़े डिफॉल्टर्स से निपटने पर एक फरमान जारी किया है। आरबीआई के मौजूदा निर्देश के अनुसार, बैंक और एनबीएफसी एक खास प्रक्रिया का पालन करके जानबूझकर(RBI master direction) कर्ज न चुकाने वालों की पहचान करेंगे। आइए जानते हैं इस बारे में खबर के माध्यम से।
आरबीआई का निर्देश
आरबीआई अब डिफॉल्टर्स की जॉच करेगी। इस निर्देश के तहत बैंकों और नॉन-बैंकिंग फाइनेंस कंपनियों यानी एनबीएफसी को 25 लाख रुपए और उससे अधिक की बकाया राशि वाले सभी नॉन-परफॉर्मिंग असेट्स यानी एनपीए अकाउंट्स में विलफुल डिफॉल्टर की जांच करनी होगी।(supreme court judgement on wilful defaulters) आइए जानते हैं कि आखिर आरबीआई ने किस तरह का निर्देश जारी किया है।
जानिए कौन है विलफुल डिफॉल्टर
बता दें कि बैंक एक विशेष प्रक्रिया के दौरान किसी व्यक्ति की पहचान करेंगे और उसे विलफुल (latest rbi circular on wilful defaulters)डिफॉल्टर के रूप में कैटेगराइज करेंगे। आरबीआई के दिशा-निर्देश के अनुसार, इरादतन चूक के सबूतों की जांच एक पहचान समिति करेगी।
अगर पाए गए विलफुल डिफॉल्टर
अगर आप भी जानना चाहते हैं कि आरबीआई विलफूल डिफॉल्टर के लिए क्या एक्शन लेने वाली है। तो बता दे कि आरबीआई ने कहा कि बैंक 25 लाख रुपये और उससे अधिक की बकाया राशि वाले सभी एनपीए अकाउंट्स में विलफुल डिफॉल्टर की समय-समय पर जांच करेंगे। अगर किसी व्यक्ति ने (wilful defaulter list 2024)जानबूझकर चूक ही है तो लेंडर खाते को एनपीए के रूप में वर्गीकृत किए जाने के छह महीने के भीतर कर्जदार को विलफुल डिफॉल्टर के रूप में वर्गीकृत करने के प्रोसेस पूरा कर लेंगे। लेंडर्स को इस संबंध में एक गैर-भेदभावपूर्ण बोर्ड से मंजूरी प्राप्त पॉलिसी तैयार करनी चाहिए