New Rules 1 October: नए महीने में नए नियम, 1 अक्टुबर से बदल जाएगें सारे रूल्स, चेक करें लेटेस्ट अपडेट
Trending Khabar TV (ब्यूरो): New Rules from 1 October 2024: 1 अक्टूबर 2024 से देश में कई नियमों में अहम बदलाव होने वाले हैं. एलपीजी की कीमतों से लेकर और पीपीएफ खाते तक के नियम शामिल हैं. आइए जानते हैं इस बार 1 अक्टूबर से क्या-क्या बदलेगा और आप पर क्या असर पड़ेगा.
सितंबर का महीना खत्म होने के साथ कुछ पुराने नियम भी बदलने जा रहे हैं। जी हां आपको बता दें कि नए महीने यानी अक्टुबर के महीने की शुरूआत से ही नए नियम लागु होने जा रहे हैं। इन बदलावों से आम आदमी की रोजमर्रा की जिंदगी में सीधा प्रभाव पडने जा रहा हैं। इसमें एलपीजी की कीमतों से लेकर और पीपीएफ खाते तक के नियम शामिल हैं. दरअसल, हर महीने की पहली तारीख को कई बदलाव होते हैं. सरकारी और गैर-सरकारी कंपनियां भी अपने नियमों में बदलाव करती हैं. आम आदमी को इन नियमों में बारे में पता होता जरूरी है. इन बदलावों का आम आदमी के जेब पर सीधा असर आम पड़ता है.
LPG सिलेंडर के दाम -
आमतौर हर महीने की एक तारीख को सरकार एलपीजी के दाम में बदलाव करती है. कमर्शियल गैस सिलेंडर से लेकर रसोई गैस के दाम में बदलाव देखा जाता है. ऐसे में इस बार भी एलपीजी सिलेंडर के दाम में बदलाव की उम्मीद की जा रही है. पिछले महीने कमर्शियल LPG गैस सिलेंडर के दाम बढ़े थे, जबकि घरेलू एलपीजी सिलेंडर की कीमतों में कोई बदलाव नहीं किया गया.
ATF और CNG-PNG के रेट -
हर महीने की पहली तारीख को एलपीजी सिलेंडर की कीमतों में बदलाव के साथ ही तेल मार्केटिंग कंपनियां एयर टर्बाइन फ्यूल (ATF) और सीएनजी-पीएनजी (CNG-PNG) की कीमतों में भी बदलाव करती हैं. ऐसे में इस बार भी बदलाव देखने को मिल सकता है
पीपीएफ अकाउंट्स के 3 नए नियम -
अगर एनआरआई खाताधारक अपने PPF खाते को नियमों के अनुसार अपडेट नहीं करते, तो उन्हें किसी प्रकार का ब्याज नहीं मिलेगा. नए दिशानिर्देशों के अनुसार नाबालिगों के नाम पर खोले गए पीपीएफ खातों में तब तक POSA की ब्याज दर लागू रहेगी जब तक बच्चा 18 साल का नहीं हो जाता. इसके अलावा अगर किसी के पास एक से अधिक पीपीएफ खाते हैं, तो केवल प्रमुख खाते पर ही योजना की ब्याज दर लागू होगी।
सुकन्या समृद्धि योजना (SSY) पर असर -
सुकन्या समृद्धि योजना पर भी नए नियम लागू होंगे.नए नियम के तहत 1 अक्टूबर से बेटियों के सिर्फ कानूनी अभिभावक ही ये अकाउंट संचालित कर सकते हैं. अब उन खातों को जिन्हें दादा-दादी ने बिना पेरेंट्स के नाम के खोला था, कानूनी अभिभावकों या प्राकृतिक माता-पिता के नाम पर स्थानांतरित करना आवश्यक होगा.