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IMPS vs UPI: सिर्फ UPI से ही नहीं बल्कि IMPS से भी होते हैं पैसे ट्रांसफर, जानिए कौन सा प्लेटफॉर्म हैं बेहतर

Online Money Transfer: आप जानते हैं कि आज के समय में सारी चीजें डिजिटल होने के कारण सब कुछ आसान हो गया हैं। इसी के चलते आपको हर चीज के लिए एक से ज्यादा बेहतर ऑप्शन भी मिल जाते हैं। अगर ऑनलाइन पेमेंट की बात करें तो यह सिर्फ UPI से नहीं बल्कि IMPS से भी कर सकते हैं तो आइए जानते हैं कि कौन हमारे लिए बेहतर हैं... 
 

Trending Khabar TV (ब्यूरो)Difference between UPI and IMPS: देशभर में डिजिटल पेमेंट सिस्टम शुरू होने के बाद लोगों को काफी सुविधा मिली है। इससे युजर्स के बहुत सारे काम आसान हो गए हैं। जिसके चलते युजर्स को ऑनलाइन पेमेंट करने के कईं तरीके मिल गए हैं। जिसमें से IMPS (Immediate Payment Service) और UPI (Unified Payments Interface) बहुत पॉपुलर है.

इन दोनों तरीकों से हम इंस्टेंट और सिक्योर मनी ट्रांसफर (Money Transfer) कर सकते हैं. हालांकि दोनों ही तरीके रियल-टाइम ट्रांसफर (Real-Time Transfers) की सुविधा देते हैं लेकिन आपको इन दोनों के बीच का फर्क भी पता होना चाहिए। हम इस आर्टिकल में जानेगें कि इन दोनों प्लेटफॉर्म से फंड ट्रांसफर करने में क्या फर्क हैं?

UPI ऐसे करता हैं काम-
UPI यानी यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस यूजर्स को एक ही मोबाइल ऐप से कई बैंक अकाउंट को जोड़ने और वर्चुअल पेमेंट एड्रेस (VPA) या मोबाइल नंबर का इस्तेमाल करके इंस्टेंट फंड ट्रांसफर करने की सुविधा देता है. आप जानते हैं कि यह इस्तेमाल करने में बेहद आसान प्रक्रिया हैं। जिसके चलते यह बेहद लोकप्रिय साधन बन गया हैं।


IMPS क्या है और यह कैसे काम करता है?
IMPS, रीयल टाइम में एक बैंक से दूसरे बैंक में फंड ट्रांसफर करने की सुविधा देता है. इसके जरिए फंड ट्रांसफर करने के लिए उस बैंक अकाउंट की डिटेल चाहिए होती है जिसमें पैसा ट्रांसफर करना होता है. IMPS बैंक ऐप या नेट बैंकिंग के जरिए किया जा सकता है. IMPS सर्विस 24/7 उपलब्ध रहती है, जिसकी मदद से यूजर्स पूरे देश में तुरंत पैसे भेज सकते हैं.

UPI VS IMPS: प्लेटफॉर्म और इंटरफेस ( Platform & interface)
UPI एक मोबाइल-फर्स्ट सिस्टम के तौर पर  काम करता है, जो यूजर्स को UPI ID या फोन नंबर का इस्तेमाल करके पैसे ट्रांसफर करने की इजाजत देता है. यह कई तरह के फाइनेंशियल सर्विसेज को सपोर्ट करता है, जिसमें बिल पेमेंट, क्यूआर कोड ट्रांजैक्शन और थर्ड पार्टी ऐप्स के साथ इंटीग्रेशन शामिल है.

इसके उलट, IMPS अकाउंट नंबर और IFSC कोड जैसी डिटेल का इस्तेमाल  कर बैंक अकाउंट के बीच पैसा ट्रांसफर करने के लिए डिजाइन किया गया है. मोबाइल नंबरों के इस्तेमाल MMID (Mobile Money Identifier) के माध्यम से भी किया जा सकता है. IMPS ट्रांजैक्शन बैंक ऐप या नेट बैंकिंग के माध्यम से किया जा सकता है.

यूजर एक्सपीरियंस (User experience)
UPI को इस्तेमाल करना बेहद आसान हैं क्योंकि यह ज्यादा आसान और यूजर-फ्रेंडली एक्सपीरियंस प्रोवाइड करता है, खास तौर पर पीयर-टू-पीयर (peer-to-peer) ट्रांजैक्शन के लिए. इसकी एक खास बात यह भी हैं कि यूजर्स को इस तरीके से पैसा ट्रांसफर करने के लिए बैंकिंग डिटेल एंटर करने की जरूरत नहीं होती है, जिससे ये प्रोसेस ज्यादा फास्ट और आसान बन जाता है.

दूसरी ओर, युजर्स के लिए IMPS ज्यादा फॉर्मल है और इसके जरिए पैसा ट्रांसफर करने के लिए अकाउंट की पूरी डिटेल चाहिए होती है, जैसे बैंक अकाउंट नंबर और IFSC कोड जिसके चलते यह पेमेंट के प्रोसेस को ज्यादा जटिल बना देता हैं। 

इंटरऑपरेबिलिटी (Interoperability)
UPI की स्ट्रैंथ इसकी Interoperability है. UPI ID सभी प्लेटफार्मों और बैंकों पर काम करती है, जिसका मतलब है कि यूजर को रेसिपिएंट (Recipient) के बैंक अकाउंट डिटेल पता होना जरूरी नहीं है. इसके उलट, IMPS  से पैसा ट्रांसफर करने  के लिए स्पेसिफिक बैंक अकाउंट की जानकारी की जरूरत होती है, जो UPI की तुलना में इसकी इंटरऑपरेबिलिटी को सीमित करता है.

ट्रांजैक्शन लिमिट (Transaction limits)
UPI में आम तौर पर डेली ट्रांजैक्शन की लिमिट 1 लाख रुपये होती है, हालांकि यह बैंक के आधार पर अलग -अलग हो सकती है. वहीं, IMPS हायर ट्रांजैक्शन लिमिट ऑफर करता है, जो बैंकों आधार पर आम तौर पर 2 लाख रुपये से 5 लाख रुपये तक होती है.

फीस (Fees)
UPI ट्रांजैक्शन ज्यादातर फ्री (free) होते हैं या व्यापारियों को न्यूनतम शुल्क देना होता है. इसकी तुलना में, IMPS ट्रांजैक्शन पर छोटी फीस लग सकती है, जो बैंक और ट्रांसफर की जाने वाली रकम के आधार पर भिन्न हो सकती है.

इकोसिस्टम (Ecosystem)
UPI का इकोसिस्टम काफी बड़ा है, जो Google Pay, PhonePe और Paytm जैसे थर्ड-पार्टी ऐप्स के साथ इंटीग्रेट करके कई तरह की फाइनेंशियल सर्विसेज ऑफर करता है. वहीं IMPS का इस्तेमाल खास तौर पर बैंकिंग ऐप या नेट बैंकिंग पोर्टल के माध्यम से किया जाता है.

एडॉप्शन (Adoption)
UPI को इसकी सुविधा और फ्लैक्सिबिलिटी के चलते छोटे पेमेंट करने, रिटेल परचेज और पर्सन टू पर्सन ट्रांसफर के लिए बड़े पैमाने पर इस्तेमाल किया जाता है. वहीं IMPS का इस्तेमाल अक्सर इंटर-बैंक ट्रांसफर के लिए किया जाता है, खासकर उन सिनेरियो में जहां UPI उपलब्ध नहीं है.

यानी आसान बाषा में समझें तो  IMPS के मुकाबले UPI  रोजमर्रा के ट्रांजैक्शन के लिए ज्यादा यूजर-फ्रेंडली है.