Fake Dried Fruits : नकली ड्राई फ्रूट का सेवन करने से हो सकती है बड़ी परेशानियां, इस तरीके से करें नकली की पहचान
Trending Khabar TV (ब्यूरो) : दीवाली जैसे त्योहारों में खाने-पीने की चीजों में मिलावट आम हो जाती है। आपको जानकर हैरानी होगी कि इन दिनों सिर्फ मावा और पनीर ही नहीं बल्कि आपका पसंदीदा ड्राई फ्रूट भी मार्केट में नकली बिक रहा है। ऐसे में इन ड्राई फ्रूट्स का सेवन करने से (duplicate dry fruits) आपको कई तरीके की बिमारिया घेर लेती है। जोकि आपको आगे चलकर काफी नुकसान का सामना करना पड़ सकता है। आइए जानते हैं नकली ड्राई फ्रूट को पहचानने के तरीको के बारे में।
पानी के रंग से कर सकते हैं नकली बादाम की जांच
आपको कभी भी बादाम को खुला नहीं खरीदना चाहिए। हमेशा पैकेट वाले नट्स को खरीदना फायदेमंद माना जाता है। वहीं बादाम की पहचान के लिए आपको इसे अपनी हथेली (real almond test) पर रगड़ना होगा, जिसके बाद अगर बादाम में से गेरुआ रंग निकले तो आप इस बात को समझ समके है कि बादाम नकली है। असली बादाम ना ही ज्यादा चमकता है और ना ही ज्यादा डार्क कलर का होता है। वहीं बादाम को भिगोने के बाद यदि पानी का रंग ब्राउन हो जाए तो भी संकेत है कि बादाम नकली और केमिकल से तैयार किया जाता है।
काजू की इस तरीके से करें पहचान
अगर आप नकली काजू का सेवन करते हैं तो इससे आपको नुकसान भी हो सकता है। वहीं वनस्पति ऑयल की मदद से नकली काजूओं को बनाया जाता है। इन काजुओं का (almond and kaju ki asli pehchan kaise kare) रंग पीला और उनमें थोड़ा-थोड़ा तेल जैसा भी दिखेगा। नकली काजू को चबाकर देखें, अगर ये दांतों में चिपकते हैं तो काजू मिलावटी है। असली काजू सूखे-सफेद रंग के और उनमें सौंधी खुशबू आती है।
भूलकर भी न खरीदें इस तरीके के अखरोट
एक्सपर्ट्स के मुताबिक अखरोट आपको कभी भी अखरोट की गिरी नहीं खरीदनी चाहिए, मतलब छिलके निकले हुए अखरोट से आपको बचना चहिए। अब असली अखरोट (aski akhrot kaise pehchane) की पहचान के लिए आपको देखना होगा कि पूरे शेल वाले (छिलके वाले) अखरोट का रंग काला नहीं होना चाहिए, वहीं ये साइज में ज्यादा बड़ा नहीं होना चाहिए। अखरोट का रंग हल्का भूरा होना सबसे सही माना जाता है।
इस तरीके से करें नकली किश्मिश की पहचान
किशमिश का सेवन करना सेहत के लिए काफी लाभकारी होता है। किंतु किश्मिश के अंदर कई तरीके की मिलावट की जाती है। जैसे कई बार लोग खराब और पुराने किशमिशों को रंग देकर नया बना देता है। वहीं खराब और सड़े हुए अंगूरों को भी केमिकल और कलर करके कई बार नए जैसा (original kishmish benefits) बनाया जाता है। किशमिश को ज्यादा मीठा बनाने के लिए इन्हें शुगर सिरप में डुबोकर रखा जाता है। ऐसे में अगर आप नकली किशमिश की पहचान करना चाहते हैं तो इसके लिए आपको पको इनकी चिपचिपाहट देखनी होगी। अगर हाथों में ये चिपचिपे लगे तो नकली है। इसके अलावा किशमिश का ज्यादा मीठा होना भी मिलावटी होने का ही एक संकेत माना जाता है। असली किशमिश खाने में थोड़े मीठे और थोड़े खट्टे होते हैं।