बेहद सस्ती दर पर Home Loan आफॅर कर रहे है SBI समेत ये 5 नामी बैंक, 75 लाख रुपये तक मिलेगा कर्ज, जानें डिटेल
Home Loan Interest rates Update: अपना घर खरीदने का सपना हर कोई देखता है। लेकिन आजकल के महंगाई के जमाने में आम आदमी से अपनी मंथली सैलरी से नए घर के लिए पैसे जमा करना बेहद मुश्किल हो जाता है। ऐसे में अक्सर लोगों को होम लोन (Home loan EMI) की और रुख करना पड़ता है। अगर आप भी होम लोन लेने का मन बना रहे है तो आपको बता फ़िलहाल आपके पास बेहतरीन मौका है। दरअसल एसबीआई (SBI bank) जैसे पांच नामी बैंक अभी बेहद सस्ती ब्याज दर पर लोन ऑफर कर रहे है। आइए विस्तार से नजर डालते है इन दरों पर-
Trending Khabar TV (ब्यूरो) : हर कोई अपना घर खरीदने का सपना देखता है। इस सपने को पूरा करने के लिए अक्सर लोग अपने पूरे जीवन की कमाई लगा देते हैं, लेकिन आज के महंगाई के जमाने में ज्यादातर लोगों को फिर भी होम लोन (Home Loan interest rates) का सहारा लेना पड़ता है। दरअसल, लोन की ब्याज दरें आरबीआई की ओर से निर्धारित रेपो दर जैसे बाहरी बेंचमार्क से जुड़ी होती हैं।
यानी जैसे-जैसे बाहरी दरें बदलती है, वैसे-वैसे लोन पर ब्याज भी बदलता रहता है। ऐसे में हमारा होम लोन ब्याज दरों को प्रभावित करने वाले कारको को समझना बेहद जरूरी हो जाता है। जिसकी मदद से कर्जधारक (home loan EMI calculator) लोन की अवधि के दौरान सही निर्णय लेकर काफी पैसे बचा सकते हैं साथ ही लोनधारक अतिरिक्त शुल्क के बिना अपने होम लोन को जल्दी भी भर सकते हैं।
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आपकों बता दें, होम लोन के लिए दो तरह की ब्याज दरें होती हैं: पहली फिक्स्ड और दूसरी फ्लोटिंग। आइए इन्हें अच्छे से समझते है-
फिक्स्ड ब्याज दर-
फिक्स्ड ब्याज या निश्चित ब्याज दर वाले होम लोन में, ब्याज की दर लोन की पूरी अवधि के दौरान एक समान रहती है। ब्याज दर में कोई बदलाव नहीं होता, चाहे बाजार की ब्याज दर में कोई भी बदलाव क्यों न हो। इससे आपके लिए (fixed interest rates benefits) अपनी वित्तीय यात्रा की योजना बनाना आसान हो जाता है क्योंकि होम लोन की EMI, जो एक बड़ा खर्च है, पूरी अवधि (जो 5 से 30 साल तक हो सकती है) के दौरान नहीं बदलेगी।
फ्लोटिंग ब्याज दर-
इस ब्याज दर प्रणाली में बाजार की स्थितियों के साथ ब्याज दरों को बदलने की विशेषता है। प्रत्येक ऋणदाता एक बेंचमार्क दर निर्धारित करता है जो बाजार की ब्याज दर के साथ तालमेल बिठाती है। होम लोन पर फ्लोटिंग ब्याज (floating interest rates benefit) दर बेंचमार्क दर के साथ चलती है। ऋणदाता समय-समय पर बेंचमार्क दरों को रीसेट करते हैं। कुछ ऋणदाता हर तिमाही, हर छह महीने या हर साल बेंचमार्क दर बदलने का विकल्प चुन सकते हैं।
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RBI ने इस ब्याज पर लगाई पाबंदी
दरअससल, भारतीय रिजर्व बैंक ने फ्लोटिंग दरों वाले लोन पर प्रीपेमेंट पेनल्टी पर रोक लगा दी है। लोन देने की प्रक्रिया में खुलेपन और न्याय को प्रोत्साहित करने के लिए, निश्चित दर पर कर्ज देने वाले बैंकों (home loan EMI calculator) को यह स्पष्ट करना जरूरी है कि ऋण स्वीकृति चरण में कोई प्रीपेमेंट फीस है या नहीं। फिक्स्ड दरें लोन की अवधि के लिए नियत की जाती हैं, जबकि फ्लोटिंग दरें मौद्रिक नीति और बाजार की स्थितियों के (low home loan interest rates) आधार पर उतार-चढ़ाव करती हैं। ब्याज भुगतान की बात करें तो प्रत्येक के अपने फायदे और नुकसान हैं।
75 लाख तक लोन दे रहे है ये टॉप 5 बैंक
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देश का सबसे बड़ा सरकारी बैंक भारतीय स्टेट बैंक 75 लाख रुपये तक के कर्ज पर 8.50-9.85 प्रतिशत की ब्याज वसूलता है। (SBI home loan interest rates)
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बैक ऑफ बड़ौदा 75 लाख रुपये तक के लोन पर 8.40-10.65 प्रतिशत ब्याज लेता है। (BOB home loan interest rates)
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यूनियन बैंक ऑफ इंडिया 30 लाख रुपये तक के लोन पर 8.35-10.75 फीसदी ब्याज लेता है, जबकि 30 से 75 लाख रुपये के कर्ज पर 8.35-10.90 प्रतिशत का ब्याज लेता है। (Union Bank home loan interest rates)
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पंजाब नेशनल बैंक 30 लाख रुपेय तक के लोन पर 8.45-10.25 प्रतिशत ब्याज वसूलता है, जबकि 30 से लेकर 75 लाख रुपये तक 8.40-10.85 रुपये ब्याज वसूलता है। (PNB home loan interest rates)
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बैंक ऑफ इंडिया 75 लाख रुपये तक के लोन पर 8.40-10.85 प्रतिशत ब्याज लेता है। (BOI home loan interest rates)