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RBI ने जारी किया अलर्ट, अपने अकाउंट से कर दी ये गलती तो जाना पड़ सकता हैं जेल

RBI on Banking Fraud: हमारे देश में डिजिटलाइजेशन के साथ फ्रॉड के केस भी बढ़ते जा रहे हैं। ऐसे में भारतीय रिजर्व बैंक ने देश के करोड़ों बैंक अकाउंट होल्डर्स के लिए चेतावनी जारी की है। आपकी एक गलती से भारी नुकसान उठाना पड़ सकता है। आइए जानते हैं इस बारे में खबर के माध्यम से विस्तार में।

 
RBI ने जारी किया अलर्ट, अपने अकाउंट से कर दी ये गलती तो जाना पड़ सकता हैं जेल

Trending Khabar TV (ब्यूरो) : आज की इस डिजिटल दुनिया में लगातार बढ़ रहे साइबर हमलों की वजह से बैंक अकाउंट होल्डर्स को सतर्क रहने की जरूरत है। आरबीआई भी समय-समय पर आगाह करती रहती हैं। कई देश के कई अखबारों में एक विज्ञापन जारी किया गया है, जिसमें कहा गया है कि (Reserve Bank of India)मनी फ्यूल के रुप में काम करना अपराध है। 

 


मनी फ्यूल के बारे में जानें

 

अगर आप जानना चाहते हैं कि मनी फ्यूज क्या होता हैं तो बता दें कि मनी फ्यूल वो शख्स होता है जो किसी अन्य की ओर से अवैध रुप से अर्जित धन का लेन-देन या ट्रांसफर करता है। ऐसे शख्स या इस तरह की गतिविधियों को रोकने के लिए आरबीआई ने विज्ञापन में बताया है कि किस वजह से आपके साथ धोखाधड़ी हो सकती (Money Fuel)हैं। बता दें कि इस विज्ञापन के जरिए लोगों को बताया गया है कि दूसरो के धन के आवागमन के लिए अपने खाते के संचालन की अनुमति न दें।


अकाउंट से न करें ये काम


भारतीय रिजर्व की ओर से इस विज्ञापन में यह साफ कहा गया हैं कि अगर आपके बैंक खाते के माध्यम से किसी दूसरे का धन प्राप्त करने या उसे आगे भेजने का प्रस्ताव आपको जेल पहुंचा सकता है। रिजर्व बैंक ने देश के लोगों को आगाह किया हैं कि कभी भी किसी ऐसे व्यक्ति को अपने खाते का (Rbi Money Fuel)विवरण न दें जिसे आप जानते न हों। आपके साथ ऐसी धोखाधड़ी होने पर आप इसकी रिपोर्ट अपने बैंक या राष्ट्रीय साइबर अपराध पोर्टल या साइबर हेल्पलाइन नबंर 1930 पर सकते हैं।


भारतीय रिजर्व बैंक करती हैं आगाह


 दरअसल, आपको बता दें कि  भारतीय रिजर्व बैंक समय-समय पर देश के लोगों को अलग अलग तरीके से जानकारी देती रहती है। ताकि यूजर्स होने वाले किसी भी तरह के साइबर फ्रॉड से बच सकें। भारतीय रिजर्व बैंक ट्विटर के जरिए और दूसरे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर बैंक ग्राहकों को आगाह (Kya hai Money Fuel)करती रहती है। ताकि देश के बैंकिंग सिस्टम में फ्रॉड कम हो सके।