property rate : प्रॉपर्टी खरीद की इन 30 छोटे शहरों में मची लूट, आने वाले दिनों में मुनाफे की गारंटी
खुद का घर खरीदने का हर किसी का सपना होता है। घर खरीदना इंसान के जीवन का सबसे बड़ा निवेश होता है। ऐसे में यह फैसला सोच समझकर लेना पड़ता है। लोग ऐसे शहरों में प्रॉपर्टी खरीदना पसंद करते हैं जहां आने वाले समय में प्रॉपर्टी के रेट में बढ़ोतरी हो। अगर आप प्रॉपर्टी (proprty rate) खरीदने की प्लानिंग कर रहे हैं तो आज हम आपको 30 शहरों के बारे में बताने जा रहे हैं जहां प्रॉपर्टी की खरीद फरोख्त तेजी से हो रही है। एक रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि यहां आने वाले दिनों में प्रॉपर्टी की कीमतों में बूम आएगा। आइए जानते हैं -
Trending Khabar TV (ब्यूरो)। अगर आप अपने लिए घर खरीदने जा रहे हैं और चाहते हैं कि आने वाले समय में उसकी कीमत दिन-दूनी रात-चौगुनी हो जाए तो आपको बड़े शहरों की तरफ भागने की जरूरत नहीं है. छोटे शहरों में प्रॉपर्टी का बूम आपको ये सभी फायदे दिला सकता है. हाल ही में सामने आई एक रिपोर्ट में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है. इस रिपोर्ट में साफ देखा जा रहा है कि लोग बड़े शहरों की बजाय छोटे शहरों का रुख कर रहे हैं. इन शहरों में घर और फ्लैटों की मांग तेज होने के चलते कीमतों (proprty rate) में भी बढ़ोत्तरी हो रही है।
डेटा एनालिटिक्स फर्म प्रॉपइक्विटी की रिपोर्ट के अनुसार साल 2023-24 के दौरान टियर II शहरों में हाउसिंग सेल्स 11% बढ़ गई है. इन छोटे में शहरों देशभर के 30 शहर शामिल हैं. रिपोर्ट के अनुसार नॉर्थ जोन में हाउसिंग सेल्स भिवाड़ी, जयपुर, मोहाली (property rates in mohali), लखनऊ, भोपाल, चंडीगढ़ (property rates in chandigarh), देहरादून, लुधियाना, आगरा, सोनीपत, पानीपत और अमृतसर में जबर्दस्त बढ़ी है. यहां 2023-24 में 26,308 हाउसिंग यूनिट्स की बिक्री देखी गई, जो 2022-23 में 24,273 घरों से 8% अधिक है।
जबकि भारत के टॉप 30 टियर II शहरों की सामूहिक रिपोर्ट देखें तो हाउसिंग सेल्स वित्तीय वर्ष (Housing Sales Financial Year) 2023-24 में 11 प्रतिशत बढ़कर लगभग 2.08 लाख यूनिट्स हो गई है. बिक्री में यह वृद्धि आर्थिक विकास, बुनियादी ढांचे में प्रगति और मध्यम वर्ग के परिवारों में घर खरीदने की बढ़ती इच्छा सहित कई कारकों से प्रेरित रेजिडेंशियल प्रॉपर्टी की मजबूत मांग को रेखांकित करती है।
एक रिपोर्ट के अनुसार, घरों की बिक्री में तेजी परंपरागत रूप से प्रमुख रहे टियर I शहरों से आगे तक फैल चुकी है जो रियल एस्टेट (real estate) क्षेत्र में व्यापक विस्तार का संकेत देती है. उल्लेखनीय रूप से, इन टियर II सेगमेंट के टॉप-10 शहरों ने ही कुल बिक्री के आंकड़ों में 80 प्रतिशत का महत्वपूर्ण योगदान दिया है।
वहीं आंकड़ों के अनुसार, भारत के 30 प्रमुख टियर II शहरों में हाउसिंग यूनिट्स की बिक्री 2023-24 में 2,07,896 यूनिट्स रही, जबकि इससे पिछले वित्त वर्ष में यह 1,86,951 यूनिट्स थी. 30 टियर II शहरों में कुल बिक्री में पश्चिमी क्षेत्र का योगदान लगभग 70 प्रतिशत रहा. ऐसे में गुजरात राज्य में आने वाले प्रमुख शहरों में भारी मांग देखी गई.
ये हैं टॉप 10 टियर 2 शहर
टॉप 10 टियर II शहरों में अहमदाबाद, वडोदरा, सूरत, नासिक, गांधी नगर, जयपुर, नागपुर, भुवनेश्वर, विशाखापट्टनम और मोहाली – शामिल हैं. 2023-24 में 1,68,998 हाउसिंग यूनिट्स की बिक्री देखी गई, जो 2022-23 में 1,51,706 घरों की तुलना में 11% अधिक है.
वेस्ट जोन में ये हैं टॉप पर
वहीं वेस्ट जोन में हाउसिंग सेल्स (Housing Sales in West Zone) देखें तो अहमदाबाद, वडोदरा, सूरत, नासिक, गांधी नगर, नागपुर और गोवा में हाउसिंग सेल्स ने 2023-24 में 1,44,269 हाउसिंग यूनिट्स की बिक्री देखी, जो 2022-23 में 1,29,423 घरों से 11% अधिक है.
नॉर्थ जोन में इन शहरों में बूम
नॉर्थ जोन में हाउसिंग सेल्स (Housing Sales in North Zone) में भिवाड़ी, जयपुर, मोहाली, लखनऊ, भोपाल, चंडीगढ़, देहरादून, लुधियाना, आगरा, सोनीपत, पानीपत और अमृतसर में हाउसिंग यूनिट्स ने 2023-24 में 26,308 यूनिट्स की बिक्री देखी, जो 2022-23 में 24,273 घरों से 8% अधिक है.
साउथ जोन में ऐसा रहा है हाल
साउथ जोन में हाउसिंग सेल्स (Housing Sales in South Zone) में विशाखापट्टनम, त्रिवेंद्रम, कोयंबटूर, कोच्चि, विजयवाड़ा, मैंगलोर, गुंटूर और मैसूर में हाउसिंग सेल्स ने 2023-24 में 21,947 हाउसिंग यूनिट्स की बिक्री देखी, जो 2022-23 में 20,244 घरों से 8.4% अधिक है.
क्या कहते हैं एक्सपर्ट
क्रेडाई एनसीआर भिवाड़ी नीमराना के प्रेसिडेंट अनिल गुप्ता कहते हैं, ‘टियर II शहरों का उदय हाउसिंग मार्केट में स्पष्ट बदलाव को दर्शाता है. राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) के पास रणनीतिक रूप से स्थित भिवाड़ी इसका एक प्रमुख उदाहरण है. एनसीआर समकक्षों की तुलना में प्रतिस्पर्धी कीमतों पर स्पेसियस और प्रीमियम हाउसिंग प्रदान करने की अपनी क्षमता के साथ, भिवाड़ी नया सोहना बनने के लिए तैयार है. सोहना की सफलता की कहानी की तरह, भिवाड़ी भी स्थापित मेट्रो क्षेत्रों की अत्यधिक कीमतों के बिना गुणवत्तापूर्ण रहने की जगह की तलाश करने वाले घर खरीदारों को आकर्षित करने के लिए अच्छी स्थिति में है.’
वहीं रॉयल ग्रीन रियल्टी के मैनेजिंग डायरेक्टर यशांक वासन का कहना है कि वित्त वर्ष 2024 में टॉप 30 टियर II शहरों में हाउसिंग सेल्स में 11% की वृद्धि रियल एस्टेट क्षेत्र में उनके बढ़ते महत्व को दर्शाती है. यह वृद्धि बेहतर कनेक्टिविटी, बुनियादी ढांचे के विकास और रणनीतिक शहरी नियोजन से प्रेरित है. बहादुरगढ़ जैसे शहर “गोल्डन रिंग” नेटवर्क जैसी पहलों से लाभान्वित हो रहे हैं, जो दिल्ली-एनसीआर को सोनीपत, अलवर, मेरठ और मानेसर जैसे उभरते शहरों से जोड़ते हैं, जिससे उनकी आर्थिक और निवेश क्षमता का विस्तार हो रहा है.
एल्डेको के ग्रुप चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर मनीष जायसवाल ने कहा, ‘यह वृद्धि लुधियाना, रुद्रपुर और सोनीपत जैसे टियर-2 शहरों में प्रॉपर्टी निवेश को भी उजागर करती है. मांग में वृद्धि सुविधाओं के मजबूत विकास और प्रीमियम हाउसिंग विकल्पों के लिए बढ़ती प्राथमिकता से समर्थित है, जो इन शहरों में निवासियों की उभरती आकांक्षाओं को दर्शाती है. इस ,मार्केट का भविष्य आशाजनक दिखाई देता है, जिसमें निरंतर विस्तार और विकास से इस ऊपर की ओर बढ़ने की उम्मीद है.’