Krishi Loan tips : लोन ना चुकाने वाले किसानों को ऐसे मिलेगा दोबारा लोन, यहां पर जानिए आसान तरीका

Trending Khabar TV (ब्यूरो) : कई आर्थिक तंगी और पैसों की कमी के कारण किसान खेती (Krishi Loan) करने के लिए लोन लेने पर मजबूर हो जाता है। ऐसे में वह बैंक से लोन लेने का मन बनाता है। इतना ही नहीं बैंक उन्हें लोन उपलब्ध करवा भी देता है। लेकिन लोन लेने के बाद किसान कुछ परेशानियों के कारण लोन की किस्तों का भुगतान समय पर नहीं कर पाता है। जिसकी वजह से बैंक की साइड से किसानों को डिफॉल्टर में डाल दिया जा सकता है। ऐसे में किसानों के मन में ये सवाल आता हैं कि क्या बैंक द्वारा डिफॉल्टर ( डि फॉल्टर) में निकाले जाने के बाद वह बैंक से दुबारा लोन ले सकते हैं कि नहीं आइए जानते हैं खबर में।
किसान डिफॉल्टर कैसे होता है
बैंक से लिए गए पुराने लोन की राशि का भुगतान करने करने पर बैंक किसानों को डिफॉल्टर (defaulters farmers) घोषित कर देती हैं। जब भी किसान कोई नया लोन लेने के लिए बैंक में जाती हैं तो बैंक किसान के सिबिल के द्वारा पुराने लोन की हिस्ट्री की जांच कर लेती है। बता दें कि सिबिल स्कोर आपकी फाइनेंसियल हिस्ट्री को बताता है। वहीं अगर जब किसान पुराना लोन भरने में असर्मथ होती हैं तो बैंक उन्हें लोन देने से मना कर देता है।
सिबिल स्कोर पर पड़ता है ये असर
लोन की ईएमआई ना भरने पर इसका असर किसानों के सिबिल स्कोर को भी प्रभावित करता है। ऐसे में किसानों को कई परेशानियों को सामना करना पड़ता है। बैंक की राशि भरने के लिए बैंक किसानों को एक मौका देती है। जिसमें बैंक किसानों से लोन की राशि (re-loaning defaulters farmers) पर लेट फिस चार्ज करती है। ऐसे में किसान समय पर किस्तों का भुगतान कर सिविल स्कोर का सुधार कर सकते हैं।
किसानों को मिल सकते हैं ये लोन
बैंक से किसानों को कई तरह (Farmers can get these loans) के लोन प्रोवाइड करवाता है। इसमें किसान व्यक्तिगत आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए क्रेडिट कार्ड, ट्रेक्टर लोन, नया ट्रेक्टर लोन, ट्रैक्टर के बदले लोन, पर्सनल लोन, मोरगेज लोन, गोल्ड लोन आदि ले सकते है। ऐसे में कई बार किसान बैंक से जमीन या वाहन की जमानत पर भी लोन से सकते हैं।
डिफॉल्टर किसान को मिलेगा दोबारा लोन
बैंक किसानों को लोन देने से पहलें किसानों की फाइनेंसियल हिस्ट्री को चेक करती है। अगर वह लोने के लिए एप्लाई करते हैं तो इस पर किसान का सिबिल स्कोर या क्रेडिट स्टेटस चेक किया जाएगा। लेकिन ऐसे में किसान ने अपने पुराने लोन की ईएमआई लेट ही सही लेकिन किस्तों (डिफॉल्टर किसान कैसे ले लोन) का भुगतान कर दिया है। तो भी किसानों को बैंक से लोन मिल सकता है।
कितना सिबिल स्कोर होना है अनिवार्य
जब भी बैंक से लोन लेने जाते हैं तो बैंक पहले सिबिल स्कोर (CIBIL Score) की जांच करता है। अगर आपका सिबिल स्कोर 750 से अधिक होता हैं तो बैंक कम ब्याज दरों पर लोन देने को तैयार हो जाती है। वहीं अगर आप सिबिल स्कोर 300 के आसपास हैं तो बैंक आपको लोन देती तो हैं लेकिन मंहगे ब्याज दरों पर। बात दें कि 650 से लेकर 750 के बीच का सिबिल स्कोर अच्छा माना जाता है।
सिबिल स्कोर सुधारने के तरीके
बैंक से लिऐ गए लोन की राशि की ईएमआई समय पर भुगतान कर किसान अपने सिबिल स्कोर को बेहतर (improve CIBIL score) बना सकते हैं। ऐसे में बैंक भी किसानों को फटाफट लोन देने को तैयार हो जाता है। कम ब्याज दरों पर बेहतर लोन की राशि पाकर किसान अपनी आर्थिक तंगी को पूरा कर सकते हैं। अगर आप बैंक से लोन लेने जा रहे हैं तो आपको इस बात पर भी ध्यान देना चाहिए कि आप अपने जरूरत के हिसाब से ही लोन की राशि लें ताकि आप इसका भुगतान (किसान ऋण योजना) समय पर सकें। कई बार एक साथ कई लोन लेना भी आप पर भारी पड़ सकता है।
कम ब्याज दरों में ले सकते हैं लोन
किसान के लिए कृषि करना कोई मामूली बात नहीं हैं ऐसे में वह कई परेशानियों का सामना कर एक बेहतर फसल की पैदावर करता है। वहीं अगर किसान अच्छी परिस्थितियों में लोन लेता हैं तो वह इसे आसानी से चुकता कर देता है। बता दें कि एक साथ कई सारे लिए लोन की राशि का भुगतान ना कर पाने से किसानों (बकाएदार किसान) के सिबिल स्कोर पर इसका असर पड़ता है। ऐसी स्थिति आने पर किसान कम ब्याज दरों में सहकारी बैंक या किसान क्रेडिट कार्ड पर लोन आसानी से ले सकते हैं।
इन शर्तों पर मिलेगी लोन की राशि
डिफॉल्टर किसानों को कई प्राइवेट बैंक और कंपनियां (Farmers Loan Scheme) लोन देने के लिए तैयार हो जाती हैं। बैंक की एक शर्त के तहत किसानों को लोन लेने के लिए इस पर किसी को गारंटर बनाना होगा। वहीं कई राज्यों में किसानों के लिए राज्य सरकारें कर्जमाफी या ब्याज माफी जैसी योजनाएं भी देती हैं इसमें किसानों को बीज, खाद, उर्वरक और मशीने आदि कैश दिए ही मिल जाते हैं।