Income Tax : लोगों ने काली कमाई छिपाने को अपनाया नया तरीका, इनकम टैक्स विभाग ने कुर्क की 10 प्रॉपर्टी
Income Tax : लोग अपनी काली कमाई से टैक्स छिपाने के लिए लोग बेनामी संपत्तियों का सहारा ले रहे हैं। आयकर टैक्स विभाग की बेनामी संपत्ति यूनिट ने ऐसे केसेस पर एक्शन शुरू कर दिया है। इनकम टैक्स विभाग ने बताया कि बेनामी संपत्ति यूनिट ने फर्रुखाबाद के कायमगंज इलाके में अलग-अलग गांव में 10 ऐसी संपत्ति कुर्क की हैं।
Trending Khabar TV (ब्यूरो)- सरकार से अपनी काली कमाई से टैक्स छिपाने के लिए लोग बेनामी संपत्तियों का सहारा ले रहे हैं. इनकम टैक्स विभाग की बेनामी संपत्ति यूनिट ने ऐसे केसेस पर एक्शन शुरू कर दिया है और फर्रुखाबाद में 10 प्रॉपर्टीज को कुर्क कर दिया है. आयकर का कहना है कि ये संपत्तियां दलितों से गोलमाल कर खरीदी गई थीं.
इस नियम का किया उल्लंघन-
आयकर विभाग ने बताया कि बेनामी संपत्ति यूनिट ने फर्रुखाबाद के कायमगंज इलाके में अलग-अलग गांव में 10 ऐसी संपत्ति कुर्क की हैं, जिन्हें बड़ी चालाकी से यूपी रेवेन्यू कोर्ट 2006 का उल्लंघन कर खरीद था. यह जमीन चिलसारा, हर सिंह पुरतराई, इमादपुरथामरायी, निवलपुर और खुदनघामगवा गांव में कुर्क की हैं.
दरअसल, इस नियम के मुताबिक एक दलित की जमीन दलित ही खरीद सकता है. या फिर जिलाधिकारी की परमिशन लेके कोई दूसरा इस जमीन को खरीद सकता है. इसी नियम का उल्लंघन करते हुए एक आयुर्वेद के डॉक्टर और वकील ने 10 ऐसी जमीन खरीदी थीं जो दलित की थीं. ये जमीन एक दलित मजदूर यशवीर सिंह के नाम से खरीदी गईं, जिसे अपने नाम से जमीन खरीदने के कुछ पैसे दिए गए थे.
पूरे नेक्कस में शामिल हैं कई लोग: आयकर विभाग-
इस पूरे नेक्सस में डॉक्टर समेत एक वकील और कई लोग शामिल हैं. ये लोग अपनी काली कमाई खपाने और दलितों से जमीन लेने के लिए मजदूर के नाम पर करोड़ों की जमीनों की खरीद-फरोख्त कर रहे थे. इतना ही नहीं ये लोग पैसों को एक से दूसरे, दूसरे से तीसरे और फिर तीसरे से वापस पहले शख्स के अकाउंट में ट्रांसफर करके बड़ा खेल कर रहे थे, लेकिन इस बार आयकर विभाग की टीम ने जमीन बेचने से पहले ही सिंडीकेट का भंडाफोड़ कर दिया और संपत्ति कुर्क कर दी.
आयकर विभाग ने बढ़ाई मॉनिटरिंग-
इन सभी बेनामी संपत्तियों (Benami properties) को कुर्क कराने के लिए इन सभी जमीनों के पास टीम ने जाकर अपने बोर्ड लगाए और मुनादी के साथ संपत्तियों को कुर्क किया. ऐसा देखा जा रहा है कि लोग अपनी काली कमाई को छुपाने के लिए बेनामी संपत्तियों का सहारा ले रहे हैं. ऐसे में आयकर विभाग ने भी अपनी नजर और पैनी कर ली है. ऐसे केसेस में मॉनिटरिंग बढ़ा दी गई है.