Identify Fake Gold : आपका सोना असली है या नकली, इन तरीकों से चुटकियों में करें पहचान
Trending Khabar TV (ब्यूरो) : भारत में त्योहारों और शादी-ब्याह पर बड़ी संख्या में लोग सोना की जूलरी खरीदते हैं। लेकिन क्या आपको पता है कि सोने नकली है या असली, इसकी पहचान कैसे करते हैं? अगर आपने भी सोना खरीदा है या सोना खरीदने की तैयार कर रहे हैं, तो थोड़ा सजग जरूर रहें।
आप घर बैठ पहचान सकते हैं कि आपका सोना असली है या नकली। अगर आप किसी लोकल दुकान से जूलरी खरीदते हैं, तो अपने सोने को चेक जरूर कर लें। आइए जानते हैं कि असली सोने (Khara Sona) की पहचान कैसे की जाती है।
हॉलमार्क जरूर चेक करें-
सोना खरीदते समय सबसे पहले आपको उस पर हॉलमार्क (Hallmark) जरूर देखना चाहिए। हॉलमार्क सर्टिफिकेशन का मतलब है कि सोना असली है। यह सर्टिफिकेशन ब्यूरो ऑफ इंडियन स्टैंडर्ड (BIS) की तरफ से दिया जाता है।
नाइट्रिक एसिड टेस्ट-
असली सोने पर नाइट्रिक एसिड का कोई असर नहीं होता है। टेस्ट करने के लिए गहने को थोड़ा सा स्क्रैच करें और उस पर नाइट्रिक एसिड डालें। अगर वह सोना है तो उस पर कोई असर नहीं होगा।
विनेगर टेस्ट-
लगभग हर किचन में विनेगर आसानी से उपलब्ध होता है। अगर आप अपने सोने के गहने पर विनेगर की कुछ बूंदें डालें तो आपके गहने पर कोई असर नहीं होगा, बशर्ते वह असली सोना हो। अगर वह नकली सोना हुआ तो विनेगर की बूंदें जहां भी पड़ेंगी, गहने का रंग बदल जाएगा।
फ्लोटिंग टेस्ट-
सोने की एक खास बात होती है कि वह हार्ड मेटल है, इसलिए इसका फ्लोटिंग यानी तैरने का टेस्ट किया जा सकता है। अगर आपकी ज्वैलरी पानी में डूब गई, तो समझिए वह फ्लोटिंग टेस्ट में भी पास हो गई। वह तैरने लगी तो समझ लें सोना नकली है।
सोने में नहीं होते चुंबकीय गुण-
ध्यान रहे कि सोने में चुंबकीय गुण नहीं होते या यूं कहें कि वह चुंबक (Magnet) की ओर आकर्षित नहीं होता है। अगर आपका गहना चुंबक की ओर खिंचने लगे, तो समझ लीजिए कि वह नकली है, वरना वह असली है।