Financial Tips : शादी के बाद डबल हो जाएंगे खर्चे, इन तरीकों से करें मैनेज
Trending Khabar tv (ब्यूरो) : गुरुग्राम में रहने वाला पारस नाम का एक लड़का वहां एक कंपनी में काम करता हैं। जहां उसे अच्छी सैलरी भी मिलती है। वो उस सैलरी को मकान का किराया दोस्तों के साथ घूमने, बाहर खाना खाने और अपनी जरूरतों को पूरा करने में लगा देता था और महीने के आखिर में उसके पास थोड़ा बहुत पैसा भी बच जाता था।
लेकिन अभी हाल ही में उसकी शादी हो गई है। अब उसे वही सैलरी काफी कम लगने लगी है। जहां पहले वो थोड़ा बहुत बचा लेता था। उसके अकाउंट में बस नाम मात्र ही बैलेंस बच पाता है। ऐसे में वो चिंता करती रहती है उतनी ही सैलरी में अपने खर्चों को मैनेज कैसे करे।
पारस की तरह और भी कई लोग होंगे जिन्हें अपनी सैलरी अपने खर्चों के मुताबिक कम लगती है। ऐसे में आज हम आपको बताएंगे कि आप इस समस्या को कैसे मैनेज कर सकते हैं।
बजट तैयार-
अगर आप अपने खर्चों को मैनेज करना चाहते है तो बजट बनाना सबसे ज्यादा जरूरी है। इसके लिए आपको अपनी इनकम और खर्चों पर नजर रखने से शुरुआत करें। फिर किराने का सामान। बिजली और पानी के बिल, मनोरंजन और बचत अलग अलग बात कर खर्च तैयार करना चाहिए।
अपने खर्चों को सीमित करें-
अनावश्यक खर्च से बचना भी जरूरी है। इसके लिए आप गैर-जरूरी चीजों में कटौती कर सकते हैं बल्कि उसकी जगह आप सस्ता विकल्प ढूंढें।
जरूरत से ज्यादा क्रेडिट कार्ड ना लें-
आसानी से मिलने के कारण आजकल हर किसी के पास कई सारे क्रेडिट कार्ड होते हैं। ऐसे में बैंक में पैसा ज्यादा न होने पर वो हर जगह उसी का इस्तेमाल करते हैं। लेकिन इस वजह से क्रेडिट कार्ड का बिल बढ़ता जाता है और अगले महीने आपकी सैलरी के कटता है। लेकिन क्रेडिट कार्ड से भी गैर-जरूरी चीजों को लेने से बचें।
अकेले ज्यादा ना खर्च-
अगर आप दोस्तों के साथ घूमने और पार्टी करने के शौकीन हैं तो आप सभी दोस्तों में खर्चा बराबर बांटे, जिससे आप एंजॉय और बचत दोनों ही साथ में आसानी से कर सकते हैं।
50-30-20 रूल-
इस रूल का मतलब कमाई-खर्च और बचत से होता है। यानी जितने रुपए आप कमाते हैं उसमें से 50 प्रतिशत हिस्सा घर-परिवार की जरूरतों में खर्च हो जाता है। उसमें से बचे 50 प्रतिशत को आपको सही से मैनेज करना होता है। जिसमें से 30 प्रतिशत आप अपने शौक जैसे कि शॉपिंग और पार्टी के लिए उपयोग कर सकते हो। फिर बचा 20 प्रतिशत जिसे आपको जरूर बचाना है। आपको भविष्य में इससे रुपए को मैनेज करने में बहुत मदद मिलेगी।