Commercial vs Residential Property : प्रोपर्टी में निवेश करने से पहले जान लें कॉमर्शियल या रेसिडेंशियल प्रॉपर्टी में से कौन सी खरीदना ज्यादा फायदेमंद
Trending Khabar TV (ब्यूरो) : वर्तमान समय में संपत्ति खरीदना निवेश का एक अच्छा साधन बन गया है। लोग कॉमर्शियल या रेसिडेंशियल दोनो तरह की ही प्रॉपर्टी में निवेश (investment in property) कर रहे है। अगर आप भी प्रॉपर्टी खरीदने (Buying Property) की सोच रहे हों तो पहले आपको इससे जुड़ी कुछ जरूरी बातों का ज्ञान होना जरूरी है। प्रॉपर्टी में निवेश का सबसे बड़ा फायदा यह है कि इससे आपकी आय का एक स्रोत खुल जाता है जिससे नियमित आय सुनिश्चित होती है। रियल एस्टेट (investment in Real Estate) में निवेश आपको प्रॉपर्टी का स्वामित्व, इनकम टैक्स में लाभ और किराए से आय के साथ ही कई दूसरे महत्वपूर्ण लाभ उपलब्ध कराता है। दूसरी बात है कि प्रॉपर्टी मार्केट, शेयर बाजार की तुलना में कम अस्थिर भी है।
अब अगर हम बात कर ही रहे है तो जब प्रॉपर्टी में इन्वेस्ट करने की बात आती है तो कॉमर्शियल (Commercial Property pros and cons) और रेसिडेंशियल प्रॉपर्टी (Residential Property pros and cons) दोनों के फायदे और नुकसान दोनो ही होते हैं। अजमेरा रियल्टी एंड इन्फ्रा लिमिटेड के डायरेक्टर धवल अजमेरा कहते हैं कि रेसिडेंशियल प्रॉपर्टी की तुलना में कुछ अधिक लागत के बावजूद, कॉमर्शियल प्रॉपर्टी अधिक रेंटल रिटर्न (Rental Return) देती हैं। जबकि रेसिडेंशियल रियल एस्टेट अक्सर व्यक्तिगत उपयोग और दीर्घकालिक निवेश दोनों के लिए खरीदी जाती है।
आपूर्ति के साथ मांग के मामले में कॉमर्शियल रियल एस्टेट की मांग लगातार बढ़ रही है। नतीजतन, मूल्य बिंदु तेजी से बढ़ रहे हैं। कॉमर्शियल रियल एस्टेट मूल्य वर्तमान में पूंजी और किराये दोनों मामले में डेवलपमेंट कर्व पर बढ़ रहे हैं। नियामकीय परिवर्तनों के प्रभाव ने पिछले कुछ वर्षों के दौरान रेसिडेंशियल रियल एस्टेट में एक सामान्य गतिरोध पैदा कर दिया है।
जान लें कॉमर्शियल और रेसिडेंशियल प्रॉपर्टी में निवेश के बीच क्या है फर्क
अब अगर हम बात करें रियल एस्टेट में निवेश (investing in real estate) की तो खरीदार के पास अनिवार्य रूप से दो विकल्प होते हैं: या तो कॉमर्शियल, या फिर रेसिडेंशियल प्रॉपर्टी। दोनों ही विकल्प अपनी-अपनी जगह सही हैं लेकिन यह व्यक्ति विशेष की जरूरतों, लक्ष्य और उनके आर्थिक संसाधनों पर भी निर्भर करता है। अजमेरा कहते हैं कि एक खरीदार दोनों तरह की प्रॉपर्टी में निवेश करने का निर्णय ले सकता है, लेकिन अगर वे रखरखाव, किराएदारों के साथ बातचीत करने में समय व्यतीत करना, और अन्य कारकों पर विचार कर रहे हैं, तो एक रेसिडेंशियल प्रॉपर्टी को किराए पर देना एक कॉमर्शियल प्रॉपर्टी खरीदने (buying commercial property) की तुलना में अधिक झंझट भरा है।
वहीं रेसिडेंशियल रियल एस्टेट के उलट कॉमर्शियल रियल एस्टेट में निवेश की प्रभावशीलता किसी भी अन्य निवेश विकल्प की तरह ही लक्ष्यों और जोखिमों पर निर्भर करती है।
खरीदारी के समय कॉमर्शियल प्रॉपर्टी चुनें या फिर रेसिडेंशियल प्रॉपर्टी?
इस पर अजमेरा कहते हैं कि किसी निवेशक का कॉमर्शियल या रेसिडेंशियल प्रॉपर्टी में निवेश (Investor's investment in commercial or residential property) दो प्रमुख कारकों से प्रभावित होता है: इसमें शामिल जोखिम और ध्यान में रखें गए लक्ष्य। चूंकि किराए अधिक स्थिर होते हैं और लीज अग्रीमेंट अक्सर ज्यादा स्पेसिफिक और लंबे समय के लिए होते हैं इसलिए कॉमर्शियल प्रॉपर्टी में किरायेदार ज्यादातर आसानी से उपलब्ध होते हैं।
कॉमर्शियल प्रॉपर्टी आम तौर पर ज्यादा ग्रॉस रिटर्न जेनरेट करती हैं। रेसिडेंशियल प्रॉपर्टी (residential property) के मामले में किरायेदारों को न कुछ मॉर्गेज करना होता है और न ही ब्याज का भुगतान करना होता है। ऐसे में देश के कई हिस्सों में रेसिडेंशियल प्रॉपर्टी भी अच्छा रिटर्न (Residential property gives good returns) देती है। कॉमर्शियल प्रॉपर्टीकी तुलना में रेसिडेंशियल प्रॉपर्टी में ज्यादा बड़ी पूंजी भी नहीं लगानी होती है।
अब तमाम जानकारी के बाद ये बात सामने आती है कि यह मुख्य रूप से एक खरीदार पर निर्भर करता है जिसकी प्राथमिकता या तो अपने रहने के लिए एक घर खरीदना है या एक रिकरिंग एसेट में निवेश करना है। अजमेरा कहते हैं कि आम तौर पर घर खरीदार एक रेसिडेंशियल एसेट (Residential Asset) रखना पसंद करेगा अगर यह उसका पहला निवेश है। ताकि वे जीवन भर सुरक्षित रहें और वे इसे सुरक्षा के रूप में रखें।
हालांकि, अगर किसी व्यक्ति की व्यक्तिगत आय की क्षमता में वृद्धि (Increase in personal earning potential) होती है और वे रिकरिंग एसेट या रिकरिंग इन्कम चाहते हैं। ऐसे में वे शायद कॉमर्शियल रियल एस्टेट चुनेंगे क्योंकि इससे उन्हें रेसिडेंशियल रेंटल की तुलना में बेहतर रिटर्न मिलेगा। रेसिडेंशियल की तुलना में कॉमर्शियल प्रॉपर्टी का किराया बेहतर (Rent of commercial property is better than residential) है। हालांकि, यह पूरी तरह से इस बात पर निर्भर करता है कि आवश्यकता कैसी है।