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Property Transfer Rules : परिवार में किसी दूसरें के नाम करनी है प्रोपर्टी तो जान लें पूरा प्रोसेस

How to transafar property: अगर आप भी अपनी प्रॉपर्टी किसी और के नाम ट्रांसफर करने का प्लान बना रहे हैं तो हम आपको प्रॉपर्टी ट्रांसफर करने के तरीकों के बारे में बता रहे हैं जिन्हे अपनानें के बाद नही होगा कोई विवाद, आइए खबर में जानते है की परिवार में किसी दूसरें के नाम प्रोपर्टी करवानी हो तो क्या प्रोसेस रहेगा... 
 
Property Transfer Rules : परिवार में किसी दूसरें के नाम करनी है प्रोपर्टी तो जान लें पूरा प्रोसेस

Trending Khabar tv (ब्यूरो)। हर परिवार में एक समय के बाद संपत्तियों का बंटवारा (division of assets) होता है। बुढ़ापे में हर माता-पिता अपने बच्चों को अपनी प्रॉपर्टी ट्रांसफर (Property Transfer Rules) कर देते हैं ताकि किसी तरह का कोई विवाद नहीं हो। हालांकि, प्रॉपर्टी ट्रांसफर करने का एक प्रोसेस (A process of transferring property) है, जिसका पालन करना होता है। 


नॉमिनेशन के जरिए पैरेंट्स अपने बच्चों के नाम संपत्ति ट्रांसफर (Transfer of property in the name of children) कर सकते हैं। इसके साथ ही अगर माता-पिता चाहें तो कभी भी नॉमिनेशन में बदलाव कर किसी और का नाम भी दर्ज करवा सकते हैं। आइये जानते हैं इसका प्रोसेस।


अगर आप भी अपनी प्रॉपर्टी को अपने बच्चों या परिवार में किसी और के नाम करने का प्लान बना रहे हैं तो हम आपको प्रॉपर्टी ट्रांसफर करने के तरीकों (Methods of transferring property) के बारे में बता रहे हैं। इन तरीकों को अपनाकर आप बिना किसी विवाद के अपनी प्रॉपर्टी बच्चों को ट्रांसफर कर सकते हैं।

नॉमिनेशन के जरिए प्रॉपर्टी ट्रांसफर (Property transfer through nomination)


माता-पिता नॉमिनेशन के जरिए अपने बच्चों के बीच प्रॉपर्टी का बंटवारा (division of property )कर सकते हैं। इस तरीके से आप अपनी प्रॉपर्टी को सभी बच्चों में बराबर बांट सकते हैं। नॉमिनेशन के जरिए माता-पिता अपनी प्रॉपर्टी ट्रांसफर कर सकते हैं, साथ ही अगर वे अपना नॉमिनेशन बदलना चाहते हैं तो फिर वे किसी और नाम को भी रजिस्टर कर सकते हैं। इस तरीके से प्रॉपर्टी ट्रांसफर करने पर विवाद (Dispute over transfer of property) उत्पन्न होने की गुंजाइश काफ़ी कम रहती है।


वसीयत के जरिए करें बंटवारा


माता-पिता अपनी प्रॉपर्टी को बच्चों में बांटने के लिए वसीयत भी बना सकते हैं। वसीयत में उनको यह बताने की सुविधा भी मिलती है कि वे इस प्रॉपर्टी का कितना हिस्सा किसको देना चाहते हैं। भारतीय उत्तराधिकार अधिनियम (Indian Succession Act), 1925 के मुताबिक वसीयत एक कानूनी रूप से वैध डाक्यूमेंट है। जिन लोगों के पास ज्यादा प्रॉपर्टी होती है, वे अपनी वसीयत पहले से बनाकर रखते हैं। इससे प्रॉपर्टी के मालिक की मौत हो जाने पर भी उसकी इच्छा के मुताबिक योग्य व्यक्ति को ही उसकी संपत्ति का अधिकार मिलता है।

प्रॉपर्टी के वैध डॉक्यूमेंट होना है जरूरी (Valid property documents)


बिना किसी विवाद और झंझट के प्रॉपर्टी (latest property news) ट्रांसफर करने के लिए सबसे जरूरी यह है कि आपके पास संबंधित प्रॉपर्टी के पूरे डॉक्यूमेंट हों। डाक्यूमेंट होने पर आपको किसी भी विवाद से बचने में सहायता मिलती है। इसके साथ ही डाक्यूमेंट के जरिए यह वेरिफाई करने में भी आसानी रहती है कि आपकी कुल संपत्ति कितनी है। इस तरह आप अपनी प्रॉपर्टी को बच्चों के नाम पर ट्रांसफर कर सकते हैं।