{"vars":{"id": "115072:4816"}}

Bank Loan : क्या खेती के लिए लोन लेने पर भी चेक किया जाएगा सिबिल स्कोर, जानिये क्या है नियम

CIBIL Score For Agricultural Loan - इस बात से तो सभी वाकिफ है कि लोन लेने के लिए सिबिल स्कोर का अच्छा होना बहुत जरूरी है और लोन देने से पहले बैंक आपका सिबिल स्कोर जरूर चेक करता है। लेकिन अधिकतर लोगों को लोन और सिबिल स्कोर से जुड़ी जानकारी नहीं होती है। ऐसे में वह साहूकारों से कर्ज ले लेते हैं और ब्याज के दलदल में फंसते चले जाते हैं। अगर आप खेती के लिए लोन लेने (Agricultural Loan) की सोच रहे हैं तो ये जरूर जान लें कि सिबिल कितना होना चाहिए। 
 

Trending Khabar TV (ब्यूरो) : सिबिल स्कोर को लेकर लोगों के मन में कई तरह के सवाल होते हैं। ज्यादातर लोगों का मानना है कि बैंक सिर्फ पर्सनल लोन (Personal Loan) या होम लोन लेने पर ही सिबिल स्कोर चेक करता है, लेकिन ऐसी बात नहीं है। कृषि लोन (Agriculture Loan) लेने पर ही बैंक कर्ज देने से पहले किसान का सिबिल स्कोर चेक करता है। यदि किसान का सिबिल स्कोर (CIBIL Score) 750 या इससे अधिक होता है, तो बैंक असानी से किसान को लोन दे देता है। यदि 750 से सिबिल स्कोर कम होता है, तो बैंक किसानों को कर्ज देने से इनकार कर देता है। ऐसे में किसानों को साहूकारों से कर्ज लेना पड़ता है, जिससे वे कर्ज तले डूबते चले जाते हैं।


क्या होता है सिबिल स्कोर


सिबिल स्कोर (CIBIL Score) को क्रेडिट स्कोर भी कहा जाता है। यह कर्ज लेने वाले व्यक्ति का एक तरह का क्रेडिट इतिहास है। जब कोई किसान कर्ज लेने जाता है, तो बैंक उनका क्रेडिट स्कोर (credit score) चेक करता है। बैंक देखता है कि आवेदक के ऊपर पहले से भी कर्ज है। बैंक यह भी देखता है कि यदि किसान के ऊपर पहले से कर्ज है, तो वह समय पर किस्तों का भुगतान कर पा रहा है कि नहीं। ऐसे व्यक्तियों के लिए क्रेडिट स्कोर 300 से 900 के बीच होता है। लेकिन 750 या इससे अधिक क्रेडिट स्कोर होने पर बैंक असानी से किसी किसानों को लोन दे देते हैं।


किसान इस तरह के ले सकते हैं लोन


दरअसल, देश में करोड़ों किसान खेती करने के लिए सरकारी और सहकारी बैंकों से कृषि लोन लेते हैं। कई बार किसान समय पर किस्तों का भुगतान नहीं कर पाते हैं। ऐसे में बैंक उन्हें डिफॉल्टर भी घोषित कर देता है। इसके बाद बैंकों से कर्ज लेने के सारे रास्ते बंद हो जाते हैं। कई बार किसान तो फसल खराब हो जाने या खेती में घाटा लगने की वजह से भी कर्ज नहीं चुका पाते हैं। ऐसी स्थिति में उनका क्रेडिट स्कोर (credit score) 750 से नीचे आ जाता है और बैंक उन्हें फिर से लोन देने से इनकार कर देते हैं। खास बात यह है कि खेती- किसानी के लिए किसान कई तरह के लोन लेते हैं। इसमें किसान क्रेडिट कार्ज, ट्रैक्टर लोन(Tractor Loan), पर्सनल लोन और गोल्ड लोन आदि शामिल है।


कैसे सुधारें सिबिल स्कोर


यदि बैंक ने आपको डिफॉल्टर घोषित कर दिया है, तो अपनी छवि सुधारने के लिए सिबिल स्कोर (CIBIL Score) को बढ़ाना होगा। इसके लिए जिस बैंक से आपने कर्ज लिया है, प्याज सहित पूरी किस्त का भुगतान समय पर कर दें। इसके बाद आपके क्रेडिट स्कोर में बढ़ोतरी हो जाएगी। वहीं, विशेषज्ञों का कहना है कि अपनी इनकम के हिसाब से ही किसानों को लोन लेना चाहिए। ऐसे में कर्ज चुकाना आसान होता है।


कृषि लोन देने से पहले बैंक क्या-क्या चेक करता है


कृषि लोन (Agriculture Loan) देने से पहले बैंक सबसे पहले किसान की उम्र देखता है। कर्ज लेने वाले किसान की उम्र कम से कम 18 साल होनी चाहिए। वहीं, लोन लेने वाले किसान का क्रेडिट स्कोर 750 या इससे अधिक होना चाहिए। इसके अलावा किसान के पास अपनी जमीन भी होनी चाहिए। उनके पास भू स्वामित्व का प्रमाण और आय का प्रमाण भी होना चाहिए। वहीं, बैंक लोन देने से पहले किसान की इनकम भी देखता है। वहीं, सत्यापन प्रक्रिया पूरी होने के बाद बैंक आपके लोन आवेदन पर निर्णय लेगा।