{"vars":{"id": "115072:4816"}}

सरकारी कर्मचारियों पर अब तुरंत होगा एक्शन, DoPT ने जारी किया आधिकारिक नोटिफिकेशन

DoPT - अगर आप कर्मचारी है तो ये खबर आपके लिए है। दरअसल आपको बता दें कि दरअसल केंद्र सरकार ने ये साफ कर दिया है कि अब देर से ऑफिस पहुंचने वाले सरकारी कर्मचारियों की खैर नहीं है। केंद्र सरकार के DoPT ने देशभर के करोड़ों केंद्रीय कर्मचारियों को सुबह 9.15 मिनट तक ऑफिस पहुंचे का निर्देश जारी किया है. यह आदेश सीनियर अधिकारियों पर भी लागू होगा...

 

 Trending Khabar TV (ब्यूरो) :  Government Employees: देर से ऑफिस पहुंचने वाले सरकारी कर्मचारियों की अब खैर नहीं है.  दरअसल केंद्र सरकार ने ये साफ कर दिया है कि अगर आप ऑफिस 15 मिनट से अधिक देरी से पहुंचते हैं तो ऐसे में इस तरह के कर्मचारियों (employees) को मुसीबत का सामना करना पड़ेगा. इस तरह के कर्मचारियों को अब कार्रवाई का सामना करना पड़ेगा.

केंद्र सरकार के DoPT ने देशभर के करोड़ों केंद्रीय कर्मचारियों को सुबह 9.15 मिनट तक ऑफिस पहुंचे का निर्देश जारी किया है. यह आदेश सीनियर अधिकारियों पर भी लागू होगा और इसके साथ ही सभी कर्मियों को बायोमेट्रिक सिस्टम (BIOMETRIC SYSTEM) का इस्तेमाल करने के लिए कहा गया है. गौरतलब है कि कोरोना काल के बाद से ही बायोमेट्रिक सिस्टम पर रोक लगा दी गई थी, जिसे अब दोबारा चालू किया जा रहा है.

 नोटिफिकेशन हुआ जारी-

केंद्र सरकार के कार्मिक विभाग ने इस मामले पर एक नोटिफिकेशन जारी करके कहा है कि अगर कोई केंद्रीय कर्मचारी सुबह 9.15 मिनट तक दफ्तर पहुंचने में असफल रहता है तो ऐसी स्थिति में उसका आधा दिन का अवकाश माना जाएगा. विभाग कर्मचारियों को अधिकतम 15 मिनट की देरी की अनुमति दे रहा है. इसके अलावा सर्कुलर में छुट्टी के नियम के बारे में भी जानकारी दी गई है. अगर कोई व्यक्ति छुट्टी लेना चाहता है तो उसे एक दिन पहले विभाग को जानकारी देनी होगी. वहीं इमरजेंसी लीव लेने की स्थिति में अब एप्लीकेशन देना आवश्यक होगा.

कर्मचारियों को देर से आने की है आदत-

केंद्र सरकार के दफ्तर सुबह 9 बजे से शाम 5.30 बजे तक खुले रहते हैं, लेकिन कई ऐसे कर्मचारी हैं, जो समय से ऑफिस नहीं आते हैं. कई वरिष्ठ अधिकारियों का कहना है कि आमतौर पर एंप्लाइज के आने और जाने का कोई निश्चित वक्त नहीं है. कई बार कर्मचारी 7 बजे के बाद निकलते हैं. इसके साथ ही कर्मचारियों का यह भी तर्क है कि कोरोना के बाद वे इलेक्ट्रॉनिक फाइल को अक्सर अपने घर पर ले जाकर वीकेंड पर भी काम करते हैं.

 लंबे समय से की जा रही सरकार से मांग-

केंद्र में साल 2014 में मोदी सरकार बनने के बाद से ही लंबे वक्त से केंद्रीय कर्मचारियों के लिए ऑफिस आने के नियम को लागू करने की मांग की जा रही है, लेकिन कर्मचारी इसका हमेशा से विरोध करते आए हैं. कर्मचारियों का कहना है कि वह बहुत लंबी दूरी की यात्रा करके आते हैं, इस कारण कई बार उन्हें ऑफिस आने में देरी होती है. मगर अब सरकार दफ्तर में देरी से आने वालों पर कार्रवाई करने के मूड में है.