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IRCTC : ये है भारत का सबसे लंबा रेलवे प्लेटफॉर्म, जल्दी से नहीं आता दूसरा छोर

IRCTC : भारत के एक रेलवे स्टेशन का नाम दुनिया के सबसे लंबे रेलवे प्लेटफॉर्म (World's Longest Railway Platform) के रूप में दर्ज हो गया है। बता दें कि कर्नाटक में स्थित इस रेलवे स्टेशन का पूरा नाम श्री सिद्धारूढ़ स्वामीजी हुबली स्टेशन है। यह कर्नाटक का एक महत्वपूर्ण जंक्शन है। उत्तरी कर्नाटक क्षेत्र में हुबली व्यापार का एक बड़ा हब है।

 

Trending Khabar TV (ब्यूरो)-  गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रेकॉर्ड (Guinness Book of World Records) में भारत के एक रेलवे स्टेशन का नाम दुनिया के सबसे लंबे रेलवे प्लेटफॉर्म (World's Longest Railway Platform) के रूप में दर्ज हो गया है। यह है भारतीय रेलवे में दक्षिण-पश्चिम रेलवे जोन का हुबली रेलवे स्टेशन (Hubballi Railway Station)। कर्नाटक में स्थित इस रेलवे स्टेशन का पूरा नाम श्री सिद्धारूढ़ स्वामीजी हुबली स्टेशन है।

हुबली रेलवे स्टेशन 20.1 करोड़ रुपये की लागत से बनकर तैयार हुआ है। हुबली यार्ड के पुनर्निर्माण के हिस्से के रूप में यह निर्माण किया गया। यह कर्नाटक का एक महत्वपूर्ण जंक्शन है। उत्तरी कर्नाटक क्षेत्र में हुबली व्यापार का एक बड़ा हब है। यह स्टेशन बेंगलुरु (दावणगेरे की तरफ), होसपेटे (गदग की तरफ) और वास्को-द-गामा/बेलगावी (लोंडा की तरफ) की ओर रेलवे लाइनों को जोड़ने वाले जंक्शन पर स्थित है।

प्लेटफॉर्म नं-8 की लंबाई 1507 मीटर-

शहर की बढ़ती जरूरतों को पूरा करने के लिए स्टेशन में पुराने 5 प्लेटफॉर्म के अलावा तीन नए प्लेटफॉर्म जोड़े गए हैं। इनमें से एक प्लेटफॉर्म नंबर 8 की लंबाई 1507 मीटर है, जिसने दुनिया के सबसे लंबे रेलवे प्लेटफॉर्म के रूप में अपना नाम दर्ज किया है। सबसे लंबे प्लेटफॉर्म से एक साथ दो इलेक्ट्रिक इंजन वाली ट्रेनों को हरी झंडी दिखाई जाएगी।

बचेगा 2,50,000 किलो लीटर डीजल-

इसके साथ ही भारतीय रेलवे ने 519 करोड़ रुपये की लागत से होसपेटे-हुबली-तीनाईघाट रेलवे लाइन (245 आरकेएम) के विद्युतीकरण को भी पूरा कर लिया है। यह रूट विजयनगर, कोप्पल, गदग, धारवाड़, उत्तर कन्नड़ और बेलगावी जिलों से होकर गुजरता है। यह कर्नाटक का एक प्रमुख कोयला मार्ग है, जो स्टील प्लांट और थर्मल पावर प्लांट को मोरमुगाओ पोर्ट से जोड़ता है। डबल-लाइन ट्रैक का विद्युतीकरण रूट को कार्बन न्यूट्रल बना देगा, जिससे जीरो प्रदूषण होगा। इससे डीजल पर निर्भरता भी घटेगी। इससे हर साल करीब 250 करोड़ रुपये की बचत होगी। साथ ही हर साल 2,50,000 किलो लीटर से अधिक डीजल की बचत होगी।

गोरखपुर रेलवे स्टेशन दूसरे स्थान पर-

हुबली से पहले गोरखपुर रेलवे स्टेशन दुनिया का सबसे लंबा रेलवे स्टेशन माना जाता था। उत्तर प्रदेश का गोरखपुर जंक्शन अब दूसरा सबसे बड़ा प्लेटफॉर्म हो गया है। इसकी लंबाई 1,366.33 मीटर है। इसके बाद केरल में कोल्लम जंक्शन तीसरा सबसे लंबा प्लेटफॉर्म है। इसकी लंबाई 1180.5 मीटर है।