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Toll Tax को लेकर आया बड़ा अपडेट, सरकार ने बनाया यह प्लान, वाहन चालकों की मौज ही मौज

Toll tax latest Update News : अभी तक टोल टैक्स कटने का पुराना तरीका आजमाया जा रहा है। इस कारण टोल पर वाहनों की लंबी कतारें लग जाती हैं। इससे जल्द ही लोगों को छुटकारा मिलने वाला है। सरकार नया प्लान तैयार कर रही है। इससे वाहन चालकों को लंबी लाइनों का सामना नहीं करना पड़ेगा और सफर और कम समय में तय हो सकेगा। आइये जानते हैं इससे जुड़ा लेटेस्ट अपडेट। 

 

Trending Khabar TV (ब्यूरो) : आपने हाईवे पर गाड़ी में सफर तो जरूर किया होगा। इस पर नकद में वसूले जाने वाले टोल (Toll tax news) को लेकर वाहनों की लंबी लाइनों का सामना भी करना पड़ा होगा। इससे आपका सफर सुहाना होते-होते देरी भरा हो जाता है। अब इस झंझट से सरकार छुटकारा दिलाने जा रही है। सरकार कई टोल बैरियर्स पर फास्टैग (fastag latest update) से टोल वसूलेगी। इससे वाहन चालकों व लोगों का समय बचेगा।


यहां पर लागू होगी सुविधा


निकट भविष्य में हिमाचल प्रदेश के पांच टोल बैरियरों (Toll tax barriers in Himachal)पर वाहन चालकों से Fastag से प्रवेश शुल्क वसूला जाएगा। इस व्यवस्था के शुरू होने से बाहरी राज्यों के नंबर वाले (Toll tax barriers) वाहनों को नकद राशि देने के लिए लंबी लाइनों में लगने से छुटकारा मिल जाएगा। बिलासपुर, परवाणू, सिरमौर, नूरपुर और ऊना में स्थित टोल बैरियरों से इसकी शुरुआत की जा रही है। यह लोगों के लिए फायदेमंद रहेगा।
 

 

 
पहले चरण में यहां होगी प्रक्रिया शुरू


 पहले चरण में फोरलेन से जुड़े टोल बैरियर्स पर फास्टैग की व्यवस्था लागू की जाएगी। बाकी टोल पर कुछ समय बाद फास्टैग से प्रवेश शुल्क वसूला जाएगा। राज्य आबकारी विभाग के इस प्रस्ताव को लेकर इलेक्ट्रानिक्स कारपोरेशन ने टेंडर (latest toll tax update) जारी कर दिए हैं। सरकार की ओर से 15 अगस्त तक नई व्यवस्था लागू करने का लक्ष्य रखा गया है।

 

अन्य राज्यों के वाहन चालकों को भी मिलेगी सुविधा


हिमाचल प्रदेश के अलावा अन्य राज्यों के पंजीकरण नंबर वाले वाहनों को सुव्यवस्थित भुगतान प्रक्रियाओं का लाभ देने के लिए इस व्यवस्था (fastag toll process) को शुरू किया जा रहा है। इससे नकद लेनदेन के लिए कतार में लगने का झंझट (toll tax update news )समाप्त हो जाएगा। यह कदम हिमाचल प्रदेश के परिवहन प्रबंधन की ओर से डिजिटल प्रगति को आगे बढ़ाने के लिए उठाया जा रहा है। इसका उद्देश्य महत्वपूर्ण जंक्शनों पर यातायात प्रवाह को (digital fastag) अनुकूलित करते हुए यात्रियों व वाहन चालकों को बेहतर सुविधा प्रदान करना है।

 

 

टोल प्लाजा पर पहले से है फास्टैग की व्यवस्था

 अभी तक प्रदेश के टोल प्लाजा पर फास्टैग के माध्यम से शुल्क (Toll plaza fastag) लिया जाता है लेकिन टोल बैरियरों पर नकद भुगतान की ही व्यवस्था है। इस कारण बैरियरों पर वाहनों की लंबी कतारें लगी रहती हैं। बाहरी राज्यों से प्रदेश में आने वाले लोगों को राहत देने के लिए सरकार ने पुरानी व्यवस्था में बदलाव करने का फैसला लिया है। फास्टैग की व्यवस्था करने के लिए आने वाले खर्च को टोल बैरियर (Toll barrier) संचालक उठाएंगे। 

कुल 55 टोल बैरियर हैं हिमाचल प्रदेश में

हिमाचल प्रदेश के तहत 55 टोल बैरियर आते हैं। पहले चरण में फोरलेन से जुड़े पांच बैरियरों पर फास्टैग से प्रवेश शुल्क वसूली करने का फैसला लिया गया है। योजना की सफलता के बाद अन्य बैरियर्स को भी इसके दायरे में लाया जाएगा। टोल बैरियरों पर विभिन्न श्रेणियों के वाहनों से अलग-अलग टोल लिया जाता है। यह भी बता दें कि लिया जाने वाला प्रवेश शुल्क 24 घंटे के लिए मान्य होता है। निजी वाहन चालकों से 60 रुपये (Himachal Pradesh toll tax latest news) शुल्क लिया जाता है। अन्य वाहनों का उनकी उपयोगिता के हिसाब से शुल्क तय किया गया है।

प्लान के तहत ये टोल बैरियर्स हैं शामिल

जिला बिलासपुर में गरामोड़ा (Bilaspur Toll tax

जिला सोलन में परवाणू और टिपरा

जिला सिरमौर में गोविंदघाट (sirmor fastag

आबकारी जिला नूरपुर में कंडवाल

जिला ऊना में मैहतपुर