{"vars":{"id": "115072:4816"}}

Agriculture News : बैंगन की खेती से किसान हो जाएंगे मालामाल, बस करना होगा ये काम

Brinjal Ciltivation : किसानों के लिए सब्जियों की खेती शुरू से ही फायदेमंद रही है। किसान अब अपनी फसलों की अच्छी पैदावार के लिए नई तकनीक का भी यूज करने लगे हैं ऐसे में आपको बता दें कि किसान बारिश के मौसम में कुछ खास सब्जियों की खेती करके भी मोटा मुनाफा कमा सकते हैं। आइए जानते हैं इस बारे में खबर के माध्यम से।
 
 

Trending Khabar TV (ब्यूरो) : मानसून का मौसम शुरू हो चुका है। इस सीजन में अगर किसान कम लागत में मोटे मुनाफे वाली खेती के बारे में जानना चाहते हैं तो ये खबर उनके लिए फायदेमंद हो सकती है। बता दें कि किसान इस बरसात के सीजन में बैंगन की खेती कर अच्छा प्रॉफिट पा(earning from brinjal farming) सकते है। आइए जानते हैं इसकी खेती के बारे में।

 

बैंगन की खेती के लिए खास किस्म


वैसे तो बैंगन की कई प्रजातियां बाजार में मौजूद है। लेकिन बरसात में किसान एक खास प्रजाति पीपीसी किस्म के बैंगन की खेती करके अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं। इस किस्म के बैंगन की कई खासियत है एक तो इनमें कांटे नहीं होते और इसके पौधें की लंबाई 25 से 30(demand for brinjal) सेंटीमीटर होती है और साथ यह पौधा रोपाई के 60 से 65 दिन बाद फसल उत्पादन देना शुरू कर देता है

 

किसान पूसा क्रांति प्रजाति 


इसके अलावा किसान पूसा क्रांति प्रजाति के बैंगन की भी खेती कर (brinjal will be ready in less time)सकते हैं। बारिश के मौसम में बैंगन की ये प्रजाति अच्छा उत्पादन देती है। इस प्रजाति के पौधे 15 से 20 सेंटीमीटर लंबे होते हैं।

ये प्रजाति भी मानी जाती है उन्नत


इसकी खेती के लिए स्वर्ण शक्ति किस्म भी उन्नत प्रजाति मानी जाती है। इस प्रजाति के बैंगन का वजन लगभग 100 से 200 ग्राम तथा प्रति हेक्टेयर 700 से 750 क्विंटल तक उपज देती है। बैंगन की यह प्रजाति रोपाई के 55 दिन में उत्पादन देने लगती हैं। इसकी अन्य किस्मों से(farmers should cultivate brinjal) भी अच्छा खासा मुनाफा कमाया जा सकता है।


ऐसे करें बैंगन की खेती


अगर आप भी बैंगन की खेती करने के बारे में सोच रहे हैं तो बता दें कि जुलाई के महीने में बैंगन की खेती करने वाले किसान अच्छी जल निकासी की व्यवस्था वाली जगह का चयन करें इसके बाद खेत की अच्छे तरीके से जुताई कर दें। सड़ी हुई गोबर की खाद का मिश्रण बनाकर खेत में मिला दें। उसके बाद पंक्तिवार पौधे की रोपाई कर दें। इस तरह से बैंगन के पौधे की रोपाई करने पर डेढ़ महीने तक उत्पादन शुरू हो जाएगा।