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Nano Urea : नैनो यूरिया के नए वर्जन से बढ़ेगी फसलों की पैदावार, सरकार ने दी मंजूरी, किसानों की हो गई मौज

Nano Urea Plus : पहले नैनो यूरिया किसानों के लिए सौगात बनी और अब इसका अपडेटिड वर्जन भी किसानों के लिए मार्केट में उतारा जाएगा। सरकार ने इसके लिए मंजूरी दे ही है। यह खाद फसलों को बढ़ाने में सह्रायक सिद्ध होगी। इससे किसानों को ज्यादा मुनाफा मिल सकेगा। आइये जानते हैं इस बारे में विस्तार से इस खबर के माध्यम से।

 
Nano Urea : नैनो यूरिया के नए वर्जन से बढ़ेगी फसलों की पैदावार, सरकार ने दी मंजूरी, किसानों की हो गई मौज

Trending Khabar TV (ब्यूरो) : Uses of Nano Urea Plus : कई दिनों तक नैनो यूरिया के ब्रांड्स को उपयोग करने व न करने को लेकर किसानों में संशय बना हुआ था, जो अब सरकार ने दूर कर दिया है। इस खाद का नया वर्जन नैनो यूरिया प्लस को हाल ही में मंजूरी दी गई है। ( Nano Urea Plus new version)यहां पर आपको इस बात से भी अवगत करा दें कि यह अपग्रेड वर्जन है जो नैना यूरिया का ही है। हालांकि इसे तीन साल तक ही मंजूरी दी गई है। इस अधिसूचना के बाद किसानों को बाजार में नैनो यूरिया प्लस भी आसानी से उपलब्ध होने लगेगा।

 

इस कंपनी ने बनाया है इस खाद को

 

देश की प्रमुख उर्वरक निर्माता कंपनी इंडियन फ़ॉर्मर्स फर्टिलाइजर कोऑपरेटिव लिमिटेड यानी Indian Farmers Fertilizer Cooperative Limited  (IFFCO) द्वारा नैनो यूरिया (तरल) के बाद अब नया प्रोडक्ट नैनो यूरिया प्लस बनाया गया है। (Agriculture News) कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय ने इफको के नैनो यूरिया प्लस (तरल) को अगले तीन साल के लिए अधिसूचित किया है। नैनो यूरिया प्लस इफको के नैनो यूरिया का एक उन्नत संस्करण है।

 

अन्य खादों से है ज्यादा प्रभावी, किया जा रहा दावा

 

Nano Urea Plus News : इस खाद के बारे में दावा किया जा रहा है कि यह अन्य खादों से ज्यादा प्रभावी है। (Nano Urea Plus Update News )नैनो यूरिया प्लस से उपज में होगी वृद्धि इफको के एमडी एवं सीईओ ने एक्स प्लेटफार्म पर जानकारी साझा करते हुए लिखा कि “मुझे यह बताते हुए खुशी हो रही है कि इफको के नैनो यूरिया प्लस (तरल) 16% एन w/w व जो 20% एन w/v के बराबर है, को भारत सरकार द्वारा 3 वर्ष की अवधि के लिए अधिसूचित किया गया है।”

 

यह भी दी जानकारी


इस बारे में जानाकारी देते हुए आगे बताया कि इफको नैनो यूरिया प्लस, नैनो यूरिया का एक उन्नत संस्करण है जो पौधे के विकास के विभिन्न चरणों में नाइट्रोजन की बेहतर आपूर्ति और पोषण प्रदान करता है। मृदा स्वास्थ्य, पर्यावरण संरक्षण और सतत कृषि को बढ़ावा देने के लिए पारंपरिक यूरिया और अन्य नाइट्रोजन खादों की जगह इसका प्रयोग किया जा सकता है। यह सूक्ष्म पोषक तत्वों की उपलब्धता और दक्षता को भी बढ़ाता है। यह क्लोरोफिल चार्ज करते हुए उपज वृद्धि और स्मार्ट खेती में किसानों की सहायता करता है।


नहीं बढ़ाई गई कीमत


सबसे खास बात तो यह है कि इफको ने अभी नैनो यूरिया प्लस की कीमत (price of nano urea plus) में कोई बढोतरी नहीं की है। इसकी 500 मिली की बॉटल 225 रुपये की दर से किसानों को मिलेगी। इस समय पर केंद्र सरकार दानेदार यूरिया की बजाय नैनो तरल यूरिया के इस्तेमाल को बढ़ावा दे रही है। 

 

ड्रोन की मदद से किया गया छिड़काव


इसके लिये बीते दिनों रबी सीजन में देश में अनेक स्थानों पर ड्रोन की मदद से फसलों पर नैनो यूरिया का छिड़काव किया गया था। ( nano urea plus update Version ) यहां पर यह भी अवगत करा दें कि नैनो यूरिया की गुणवत्ता पर सवाल उठने के बाद इसका अपग्रेड वर्जन काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है। ये साफ है की इफको ने फसलों पर इसका प्रभाव बढ़ाने के लिए इसे अपग्रेड किया है, ताकि ऐसे सवालों का जवाब दिया जा सके।


 

नैनो यूरिया से मिलने वाले लाभ


नैनो यूरिया अन्य की अपेक्षा प्रभावी रूप से फसल की नाइट्रोजन आवश्यकता को पूरा करता है, पत्ती प्रकाश संश्लेषण, जड़ के विकास, प्रभावी कल्ले और शाखाओं को बढ़ाता है।

यह पौधों के अंदर नाइट्रोजन और अन्य पोषक तत्वों के अवशोषण (absorption of nutrients) को भी बढ़ता है।

यह फसल की उपज की पोषक गुणवत्ता में बढ़ोतरी करता है।

 

फसल उत्पादकता (crop productivity)में वृद्धि और लागत में कमी करके किसानों की आय में वृद्धि करता है।

उच्च दक्षता के कारण, यह पारंपरिक यूरिया की आवश्यकता को 50% या उससे अधिक तक कम कर सकता है।

किसान नैनो यूरिया की एक बोतल (500 मिली) आसानी से स्टोर या संभाल सकते हैं।

यह मिट्टी, हवा और पानी की गुणवत्ता के संरक्षण में सहायता करता है।