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Basmati Rice Ki Variety : बासमती चावल की ये किस्में हैं सबसे खास, अधिक उपज से किसानों को कर देंगी मालामाल 
 

Varieties of Basmati Rice : बासमती चावल की मांग लंबे समय से बनी हुई है। इसकी सुगंध व स्वाद चावल की अन्य किस्मों से खास है। यही कारण है कि मांग के अनुसार किसान भी इसकी अलग-अलग किस्मों को उगाते हैं। पैदावार के लिहाज से भी बासमती चावल की तीन किस्में सबसे बेस्ट मानी जाती हैं। आइये जानते हैं इन उत्तम किस्मों के बारे में इस खबर में।

 
Basmati Rice Ki Variety : बासमती चावल की ये किस्में हैं सबसे खास, अधिक उपज से किसानों को कर देंगी मालामाल 

Trending Khabar TV (ब्यूरो) : भारत में चावल की कई किस्में उगाई जाती हैं। बासमती चावल की सबसे ज्यादा मांग रहती है। (Varieties of Basmati Rice)बता दें कि बासमती चावल की भी अलग-अलग किस्में हैं। अगर बासमती चावल की इन उन्नत किस्मों को उगाया जाए तो ये अन्य किस्मों की तुलना में पैदावार भी काफी अधिक देती हैं, जो किसानों के लिए आर्थिक रूप से भी फायदेमंद साबित होती हैं। आइये जानें इन किस्मों के बारे में।


विदेशों में भी रहती है अधिक डिमांड


 भारत में उगाए जाने वाले बासमती चावल की भारत ही नहीं दूसरे देशों में भी भारी मांग है। इसका कारण यह है कि बासमती चावल अपने स्वाद, बेहतर सुगंध और अन्य कई तरह की खासियत के चलते जाना जाता है। बता दें कि जब बासमती चावल (Basmati Rice) को पकाया जाता है, तो यह अपने मूल आकार से दोगुना हो जाते हैं, जो खाने में काफी अधिक स्वादिष्ट लगते हैं। 

 

किसानों के लिए शानदार विकल्प


अगर किसान अपने खेत में बासमती चावल की खेती करते हैं, तो यह किसानों के लिए काफी अच्छा विकल्प है। इसी क्रम में आज हम बासमती चावल की टॉप 3 उन्नत किस्मों ( Top 3 Varieties of Basmati Rice) के बारे में बताने जा रहे हैं।

 

इन किस्मों को गिना जाता है सर्वोत्तम श्रेणी में


बासमती चावल (Basmati Rice) की उन्नत किस्मों में (Basmati Rice Variety) पूसा बासमती 1718, पूसा बासमती 1509 और जया- भारत का गौरव किस्म (Pusa Basmati 1718, Pusa Basmati 1509 and Jaya – Pride of India variety) का नाम आता है।  ऐसे में आइए बासमती चावल की इन टॉप उन्नत किस्मों (Top Varieties of Basmati Rice) के बारे में और भी डिटेल जानने के लिए पढ़ें यह खबर।

 

ये हैं बासमती चावल की सबसे अधिक उन्नत किस्में


 


पूसा बासमती 1718 किस्म सबसे खास किस्मों में से एक : बासमती चावल की यह किस्म को देश के बासमती उत्पाद (जीआई टैग) की श्रेणी में है। चावल की यह उन्नत किस्म 135 दिनों की परिपक्वता के साथ औसत अनाज उपज 46.4 क्विंटल/हेक्टेयर है। (Top 3 Varieties of Basmati Rice) इसके अलावा चावल की पूसा बासमती 1718 किस्म पूसा बासमती 1121 का एमएएस व्युत्पन्न जीवाणु ब्लाइट प्रतिरोधी संस्करण है जिसे विकसित किया गया है। (Pusa Basmati 1718 variety) एक रिपोर्ट के मुताबिक, यह देश में बासमती चावल की तीन शीर्ष विदेशी मुद्रा अर्जक किस्मों में से एक है। बासमती चावल की यह किस्म दिल्ली, पंजाब और हरियाणा के किसानों के लिए उपयुक्त है।


पूसा बासमती 1509 देती है इतनी पैदावार


 बासमती चावल की पूसा बासमती 1509 किस्म को भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान (ICAR) विकसित की गई है, जो काफी उन्नत किस्म है। (किस्म  Pusa Basmati 1509 Variety) चावल की यह किस्म कम अवधि में पककर तैयार होने वाली किस्मों में से एक है। जो किसानों को काफी लाभ देती है।

 

पूसा बासमती 1509 किस्म देती है इतनी पैदावार


इसके अलावा यह किस्म कम ऊंचाई वाली, देर तक रुकने वाली और जल्दी टूटने वाली किस्म मानी जाती है। पूसा बासमती 1509 किस्म से किसान औसत बीज उपज 41.4 क्विंटल/हेक्टेयर है। यह किस्म लगभग 115 दिनों में पक जाता है जो कि पूसा बासमती 1121 से 30 दिन पहले है। इस किस्म में 3-4 सिंचाई की बचत होती है और जल्दी पकने के कारण किसानों को गेहूं की खेत की तैयारी के लिए पर्याप्त समय मिल जाता है।


Jaya Variety भी है उन्नत किस्म


बासमती चावल की जया किस्म बहुत ही उन्नत किस्म है। किसानों के लिए जो काफी फायदेमंद है। यहां पर यह भी बता दें कि बासमती चावल की जया किस्म (Jaya Variety)130 दिनों की अवधि वाली अर्ध-बौनी किस्मों में से एक है। किसान इस किस्म से प्रति हेक्टेयर लगभग 5 टन तक उत्पादन ले सकते हैं। यहां पर यह भी अवगत करा दें कि चावल की इस किस्म को चमत्कारी चावल की किस्म के नाम से भी अधिक जाना जाता है।